उत्तराखंड के चमोली जिले में 7 फरवरी को आई आपदा ने बड़ी तबाही मचाई है। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग बेघर हो गए हैं और कई मासूमों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी है। अभी तक करीब 63 शव बरामद किए जा चुके हैं और कई लोग अब भी लापता है। परिवार से बिछड़े लोगों के लिए इस सदमें से बाहर निकल पाना बहुत मुश्किल है। ऐसे में एक छोटी सी मदद उन्हें कितनी बड़ी राहत दे सकती है इस बात को पीड़ित परिवार से बेहतर आखिर कौन समझ सकता है।
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चमोली त्रासदी में एक पीड़ित परिवार की 4 बच्चियों के पिता उनसे हमेशा-हमेशा के लिए अलग हो गए। ऐसे में उनकी मदद के लिए बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद आगे आए हैं और बच्चियों को गोद लेने का फैसला लिया है। जानकारी के मुताबिक यह परिवार टिहरी जिले के दोगी पट्टी का रहने वाला है।
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बता दें कि बच्चियों के पिता मृतक आलम सिंह विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना से जुड़ी ऋत्विक कंपनी में इलेक्ट्रीशयन के पद पर कार्यरत थे। आपदा में आलम परियोजना की टनल के अंदर काम करने गए थे, लेकिन उसके बाद नहीं लौटे। आठ दिन बाद उनके परिवार को उनका शव मलबे के नीचे दबा मिला। मृतक आलम सिंह अपने घर में कमाई करने वाले इकलौते शख्स थे। उनकी असमय मौत से उनकी पत्नी के कंधों पर अपनी और चार मासूम बच्चों आंचल, अंतरा, काजल और अनन्या की जिम्मेदारी का बोझ आ गया। इस बात का पता चलते ही अभिनेता सोनू सूद ने इस परिवार की मदद करने की ठानी और आलम सिंह के चारों बच्चों को गोद लेकर उनकी पढ़ाई का खर्च उठाने का भरोसा दिलाया है।
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कई लोग अब भी लापता
7 फरवरी को चमोली जिले के तपोवन इलाके में हैंगिंग ग्लेशियर टूटने के बाद आई आपदा में बड़े पैमाने पर जानमाल का नुकसान हुआ है। नदियों के उफान और मलबे के साथ करीब 204 लोग लापता हुए हैं, उनमें ज्यादातर तपोवन क्षेत्र में स्थापित ऋषिगंगा और विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना में काम करने वाले थे। इनमें 63 के शव मिल गए, बाकी की तलाश जारी है।