भारत की सितारा देवी प्रतिष्ठित कलाकारों में से एक हैं। उन्हें संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार, पद्म श्री और कालिदास सम्मान सहित कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। साथ ही उन्होंने कथक के भारतीय शास्त्रीय नृत्य रूप को पुनर्जीवित किया और इसे एक नया आयाम दिया। महान डांसर की 101वीं जयंती पर अब उनकी बायोपिक फिल्म बनाने की घोषणा हुई है।
राज आनंद मूवीज के निर्माता राज सी. आनंद ने एक घोषणा करते हुए कहा, "सितारा देवी की कहानी को बड़े पर्दे पर जीवंत करने के लिए हम बहुत खुश और उत्साहित हैं। हमें विश्वास है कि उनकी कहानी दर्शकों को पसंद आएगी। साथ ही हम यह सुनिश्चित करते हैं कि यह उनके वास्तविक जीवन की तरह ही आकíषत होगी।"
प्रसिद्ध संगीतकार और ड्रमर रंजीत बरोट सितारा देवी के पुत्र हैं। उन्होंने अपनी मां के जीवन पर आधारित इस परियोजना की टीम का मार्गदर्शन करने की जिम्मेदारी ली है, जिससे एक दिलचस्प कहानी तैयार की जाएगी।
परियोजना के बारे में बात करते हुए, रंजीत ने कहा, "मैं उत्साहित हूं कि मेरी मां के जीवन पर एक फिल्म बनने जा रही है। जब राज आनंद (निर्माता) मेरे पास एक फिल्म बनाने के विचार के साथ आए, तो मुझे एहसास हुआ कि यह मेरी मां के प्रति एक अच्छा विचार है। वो वास्तव में एक प्रतिष्ठित कलाकार थीं। हम इस कोशिश के माध्यम से उनके जीवन की अनकही कहानी को पर्दे पर लाएंगे।"
प्री-प्रोडक्शन प्रसिद्ध कलाकार के जीवन पर शोध कार्य पहले ही शुरू कर चुका है। निर्माता जल्द ही कलाकारों और निर्देशक की घोषणा करेंगे। 8 नवंबर 1920 को जन्मी सितारा देवी न केवल एक प्रख्यात कलाकार थीं, बल्कि एक सशक्त महिला भी थीं, जिन्होंने अपनी शर्तों पर जीवन जीकर नारीवाद और नारीत्व की विचारधारा को मजबूत किया।