नई दिल्ली: पिछले साल 'भाबीजी घर पर हैं' के प्रोड्यूसर संजय कोहली पर यौन शोषण का आरोप लगाने वालीं शिल्पा शिंदे का कहना है कि जब किसी का यौन उत्पीड़न होता है तो उसे उसी समय कहना चाहिए, बरसों बाद घटना का जिक्र करने का कोई फायदा नहीं है।
#MeToo मूवमेंट पर राय पूछे जाने पर उन्होंने ZoomTV.com से कहा- ''यह बकवास है। आपको उसी समय बोलना चाहिए। मुझे भी सीख मिली थी। जब होता है, तभी बोलो। बाद में बोलने का कोई फायदा नहीं।''
''बाद में आप आवाज उठाते है, उसको कोई नहीं सुनेगा, बस विवाद होगा- और कुछ नहीं। जब होता है आपको तभी आवाज उठाना चाहिए, आपको साहस चाहिए।''
''ईमानदारी से कहूं तो मुझे इस बारे में कोई बात नहीं करनी है। आज जो भी हो रहा है- वो बहुत अलग है। कुछ नहीं बदलेगा। यह बस चलता ही रहेगा। मुझे नहीं समझ आ रहा कि लोग क्यों हमारी इंडस्ट्री का नाम खराब कर रहे हैं। लोग अब हमारी इंडस्ट्री के बारे में बात कर रहे हैं- कि ऐसा होता है, वैसा होता है।''
शिल्पा ने यह भी बताया कि फिल्म और टीवी इंडस्ट्री में यह कोई नई चीज नहीं है। ''यह इंडस्ट्री बुरी नहीं है और न ही बहुत अच्छी है। हर जगह यह सब होता है। मुझे समझ नहीं आ रहा कि क्यों खुद की इंडस्ट्री का ही नाम खराब कर रहे हैं। तो क्या जो लोग काम कर रहे हैं या जिन्हें काम मिला- वह सब लोग ही खराब हैं? ऐसा नहीं है, यह सब आप पर निर्भर करता है। आपसे सामने वाला इंसान कैसे रिएक्ट करता है, आप उसको कैसे जवाब देते हो।''
शिल्पा ने आगे कहा कि इंडस्ट्री में सब आपसी सहमति से होता है। महिलाएं अब बातें कह रही हैं, लेकिन मैंने उस समय भी कहा था कि इंडस्ट्री में कोई रेप नहीं है- जबरदस्ती नहीं होता। इंडस्ट्री में सब आपसी सहमति से होता है।
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