बॉलीवुड एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी बरसों से फिल्मी पर्दे पर काम कर रही हैं, लेकिन इसके साथ-साथ वो योगा के जरिए सभी को सकारात्मकता की सीख भी देती आई हैं। वो सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं और हमेशा फैंस को योग करने के लिए प्रेरित करती हैं। आज योग दिवस पर उन्होंने इंडिया टीवी से खास बातचीत की। इस दौरान उन्होंने बताया कि योग के क्या-क्या फायदे हैं.. जब उनके पूरे परिवार को कोरोना हुआ तो उन्होंने क्या-क्या सावधानियां बरती.. साथ ही फिट रहने का फॉर्मूला भी बताया।
शिल्पा शेट्टी ने इंटरव्यू में बताया कि उन्हें योग पर पूरा विश्वास है। उन्होंने कहा- "जिस दौर मैं गुजरी हूं, अगर मैं योग और आयुर्वेद में इतना विश्वास नहीं रखती तो शायद इतनी आसानी से बाहर नहीं निकल पाती। मैं ही नहीं, मेरी पूरी फैमिली।"
'शारीरिक से ज्यादा मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने की जरूरत'
अभिनेत्री ने आगे कहा- 'मैंने हमेशा इस बात पर ज्यादा जोर दिया है कि शारीरिक स्वास्थ्य से ज्यादा मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने की ज्यादा जरूरत है। बहुत सारे लोग हैं जो मेंटल डिसऑर्डर से गुजर रहे हैं, लेकिन वो अपनी भावनाओं को जाहिर नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे दौर में जब लोगों ने बहुत कुछ खोया है, जॉब खोई है, स्वास्थ्य खोया है.. इसके साथ जूझना बहुत मुश्किल है। हम बहुत लकी है कि हमारे पास च्वॉइस है। अगर आप डिप्रेस फील कर रहे हैं तो उस पर ध्यान दीजिए।'
एक्ट्रेस ने बताए योग के फायदे
मैंने देखा है, लोगों को योगा से बहुत सारे फायदे हुए हैं। खासतौर पर मेरे जैसे लोगों को। मैं हमेशा एक जैसी दिखती हूं। मैं बहुत खुशमिजाज हूं, लेकिन मैं भी इंसान हूं। मेरी जिंदगी में भी ऐसे दौर आए हैं, जब मैंने लो फील किया है। लेकिन योगा ने मुझे इससे निकलने में बहुत मदद की है। भ्रामरी और प्राणायाम की वजह से ही मैं सर्वाइव कर पाई।
शिल्पा ने परिवार को ऐसे संभाला
शिल्पा ने बताया कि जब उनके परिवार को कोरोना हुआ तो उन्होंने इसे कैसे संभाला। उन्होंने कहा- 'मैंने पर्सनली देखा है। हम तो घर के बाहल निकले ही नहीं थे। मैं सुपरडांसर के लिए भी नहीं निकली, क्योंकि लॉकडाउन शुरू हो गया था मुंबई में, लेकिन हम सबको कोविड हो गया। हमारे घर में कोविड इसलिए आया, क्योंकि एक स्टाफ मेंबर पॉजिटिव हो गया था। वो सिर्फ गेट तक कुछ सामान लेने गया था। वहीं से हो गया। वो एसिंप्टोमेटिक था। उसको भी पता नहीं था कि कोरोना हुआ है। फिर मेरी सास किचन में जाती थी। बहुत ही मुश्किल वक्त था हम सबके लिए। जब मेरे बच्चों को हुआ तब मैं थोड़ी सी चिंतिंत हो गई थी। बच्चों की इम्युनिटी अच्छी है। इसलिए मैं कहती हूं कि इम्युनिटी पर ध्यान देने की जरूरत है। मुझे भी हो गया, लेकिन मैं निगेटिव थी। मेरे घर में 11 लोगों को हुआ। मैं एसिंप्टोमेटिक थी। मैंने वैक्सीन का एक डोज लिया था। मैं हर 6 दिन में टेस्ट कर रही थी। हमारे घर में सभी रोज गिलोय पीते हैं। बच्चों को शहद, नींबू और अदरक का पानी दिया जाता है। खाली पेट गिलोय, अश्वगंधा, मुलैठी की चाय पीते हैं सुबह-सुबह भी। इसलिए हम बुरी तरह से प्रभावित नहीं हुए। 7 दिनों मेरा टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आया। मेरी पूरी फैमिली और स्टाफ 14 दिन में ठीक हो गए। इस टाइम के बाद योग और आयुर्वेद में मेरा भरोसा और बढ़ गया। सबको अपने-अपने रूम में क्वारंटीन में रखा। चूंकि मैं बच्चों को संभाल रही थी तो डबल मास्क जैसी सारी चीजें पहनी। चीजें गलत होती है, क्योंकि हम लोग गलत जा रहे। कोरोना इसलिए भी बढ़ा, क्योंकि लोगों ने नियमों का पालन नहीं किया। इसलिए रूल्स को फॉलो करना बहुत जरूरी है।'
शिल्पा ने ये भी कहा कि परिवर्तन जिंदगी का नियम है। हर बदलाव में सीख मिलती है। इस समय भी यही सीखा है कि 'अब' और 'आज' में जीना चाहिए। इस पल को जियो। दिन खराब होते हैं, जिंदगी खराब नहीं होती। अगर आप इस सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ेंगे तो ऐसा कोई काम नहीं है जो आप नहीं कर पाएंगे।