मुंबई: बॉलीवुड के ‘जेंटलमैन’ कहे जाने वाले अभिनेता शशि कपूर के निधन से पूरी फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर छाई हुई है। उनके अंतिम संस्कार में लगभग हर फिल्मी हस्ती उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए शामिल हुई थी। शशि कपूर ने अपने अभिनय करियर में कई बड़ी अदाकाराओं के साथ शानदार फिल्में दी हैं। शर्मिला टैगोर और आशा पारेख से लेकर हेमा मालिनी, जीनत अमान, मुमताज, शबाना आजमी और राखी गुलजार, शशि कपूर के निधन से टूट गई हैं। इन नायिकाओं ने शशि कपूर के साथ कई यादगार फिल्में की हैं। शबाना इस समय सिडनी में हैं, और वह अभिनेता के बारे में बात करते हुए बेहद दुखी हैं। उन्होंने कहा कि शशि की पत्नी जेनिफर केंडल, फिल्म निर्माता श्याम बेनेगल और उनके माता-पिता कैफी और शौकत आजमी के साथ-साथ अभिनेता का भी उनके जीवन में बेहद प्रभाव था। शबाना ने कहा, "मैं जितने भी लोगों से मिली, उनमें वह सबसे हैंडसम थे।"
राखी गुलजार ने रोते हुए पुराने दिनों को याद किया, जब फिल्म की शूटिंग के दौरान उन्होंने शशि के साथ खाना पकाया था। शशि के साथ उनकी कई सफल फिल्में 'शर्मीली', 'कभी कभी' हैं। उनमें से 'तृष्णा' और 'जानवर और इंसान' को लोग आज भूल गए हैं। हेमा मालिनी ने उन्हें एक जेंटलमैन के रूप में याद किया। उन्होंने कहा, "जब वह मेरे साथ फिल्म 'अभिनेत्री' कर रहे थे, उस वक्त मैं नई थी और वह एक प्रतिष्ठित अभिनेता थे। फिर भी उन्होंने मेरे किरदार पर केंद्रित फिल्म की।" हृषिकेश मुखर्जी की फिल्म 'आनंद' में किशोर कुमार के मना करने के बाद शशि कपूर यह फिल्म करने वाले थे। लेकिन इस फिल्म में 'आनंद' का किरदार निभाने के लिए सुपरस्टार राजेश खन्ना ने रुचि दिखाई, जिसके बाद शशि ने यह फिल्म छोड़ दी।
राजेश खन्ना और शशि कपूर ने कई वर्षों तक एक साथ काम नहीं किया। उसके बाद राज खोसला ने फिल्म 'प्रेम कहानी' के लिए दोनों को एकजुट किया, जिसमें दोनों मुमताज के जीवन के दो प्रेमी के रूप में नजर आए। उनकी शीर्ष नायिकाओं में से एक ने मुझे बताया, "मैंने कई फिल्मों के लिए शशि जी को लेने की सलाह दी थी, लेकिन निर्माता यह कहकर इनकार कर देते थे कि वह एक फ्लॉप अभिनेता हैं।"
1970 के दशक में शशि ने एकल अभिनेता के रूप में 'चोर मचाए शोर', 'चोरी मेरा काम' और 'फकीरा' जैसी हिट फिल्में दी थी। लेकिन उन्होंने अमिताभ बच्चन की फिल्मों में सेकंड लीड अभिनेता का किरदार निभाने का फैसला किया, जिसके कारण व्यावसायिक फिल्मों में मुख्य भूमिका के रूप में उनका करियर खत्म हो गया। कुछ अजीब कारणों से शर्मिला टैगोर ने राजेश खन्ना के साथ अपनी बेहद सफल फिल्में छोड़कर शशि कपूर के साथ उनकी बुरी तरह फ्लॉप फिल्मों पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने एक बार मुझसे कहा था, "मुझे शशि के साथ काम करने में बेहद मजा आता है। वह बेहद हाजिरजवाब और एक अच्छा पति है। फिल्म 'वक्त' के सफल होने के बाद हमने कई फिल्मों में साथ काम किया। मुझे एक अभिनेता के रूप में 'आ गले लग जा', 'पाप और पुण्य', 'अनारी' और 'सुहाना सफर' में उनका काम बेहद पसंद आया और एक निर्माता के रूप में उनके द्वारा निर्मित समानांतर फिल्मों ने उन्हें विशिष्ट बना दिया।"
उन्होंने कहा, "जेम्स आईवरी जैसे प्रसिद्ध निर्देशक के साथ विदेशों में काम करने वाले वह पहले भारतीय अभिनेता थे। दोनों ने एक साथ शानदार काम किया है। शशि ने एक अभिनेता और निर्माता के रूप में जो भी हासिल किया, उसके लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की। वह सेट पर सभी से बड़े प्यार से पेश आते थे। वह एक असाधारण बहुमुखी कलाकार थे।"