मुंबई: बॉलीवुड के सबसे एनर्जेटिक कलाकारों में से एक शम्मी कपूर का जन्म 21 अक्टूबर 1931 को मुंबई (तब बंबई) में हुआ था। शम्मी का पूरा नाम शमशेर राज कपूर था, लेकिन फिल्मों के जरिए हम उन्हें शम्मी के रूप में ही जानते हैं। वह पर्दे पर आते ही गजब की एनर्जी ला देते थे। आज भी जब शम्मी के गाने बजते हैं तो कहीं भी रौनक आ जाती है। उनके डांस स्टेप्स कमाल के होते थे और उनके ऊपर फिल्माए गए गीत आज भी किसी को भी झूमने को मजबूर करने की ताकत रखते हैं।
शम्मी ने मंदिर में की शादी
पर्दे पर हमेशा खुशमिजाज और बेफिक्र दिखने वाले इस शख्स की जिंदगी में एक समय ऐसा तूफान आया था, जिसने उसे बुरी तरह तोड़ दिया था। शम्मी अपनी पत्नी गीता बाली से बेहद प्यार करते थे। इन दोनों का प्रेम 1955 में आई 'रंगीन रातें' नाम की फिल्म के दौरान परवान चढ़ा था। इस फिल्म में शम्मी लीड रोल में थे, जबकि गीता का कैमियो था। फिल्म की रिलीज के कुछ ही महीने बाद दोनों ने मुंबई के एक मंदिर में शादी कर ली।शम्मी कपूर और गीता बाली
जब बुरी तरह टूट गए शम्मी
1 जुलाई 1956 को दोनों के बेटे आदित्य राज कपूर का जन्म हुआ। बेटे के जन्म के लगभग 5 साल बाद दोनों के एक बेटी भी हुई जिसका नाम कंचन रखा गया। बेटी के जन्म के लगभग 4 साल बाद गीता का देहांत हो गया। अपनी पत्नी की मौत के बाद शम्मी बुरी तरह टूट गए। कहते हैं कि उन्होंने खाना-पीना तक छोड़ दिया था। उधर उनके बच्चे छोटे थे और परिवार दूसरी शादी के लिए दबाव बना रहा था। परिवार वाले चाहते थे कि शम्मी नीला देवी से शादी कर लें।
शम्मी कपूर और नीला देवी। Photo: PTI
दूसरी शादी के लिए रखी यह अजीब शर्त
काफी मान-मनौव्वल के बाद अंतत: शम्मी शादी के लिए तैयार हो गए, लेकिन कहते हैं कि उन्होंने इसके लिए एक अजीब-सी शर्त रख दी थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, शम्मी ने नीला से कहा था कि वह इसी शर्त पर शादी करेंगे जब वह उनसे वादा करेंगी कि वह कभी मां नहीं बनेंगी और गीता से जन्मे बच्चों को ही उनकी मां बनकर पालेंगी। नीला ने शम्मी की यह शर्त मान ली, और फिर दोनों ने शादी कर ली।