मुंबई: बॉलीवुड स्टार शाहरुख़ ख़ान ने फिल्म सुल्तान को लेकर सलमान ख़ान के एक विवादास्पद बयान पर ये कहकर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया कि वह बयानों पर अपना कोई फ़ैसला नहीं सुना सकते।
हाल ही में सलमान खान एक इंटरव्यू में अपनी आगामी फिल्म 'सुल्तान' को लेकर दिए साक्षात्कार में कहा था कि शूटिंग के दौरान जब वे रिंग से बाहर निकलते थे तो उन्हें रेप का शिकार हुई महिला की तरह महसूस होता था, क्योंकि वे सीधे नहीं चल पाते थे। सलमान के इस बयान पर उनके मित्र और सुपरस्टार शाहरूख खान ने कोई भी टिप्पणी ना करते हुए कहा कि वह किसी दूसरे के बयानों पर फैसला नहीं सुना सकते। यह पूछे जाने पर कि क्या सलमान को अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगनी चाहिए, शाहरूख ने कहा, पिछले कुछ वर्षों में मैंने पाया कि मैंने खुद बहुत सारी अनुचित टिप्पणियां की हैं। मुझे नहीं लगता कि मैं किसी और की टिप्पणी पर कोई फैसला दे सकता हूं।
सिनेमा जगत की कंगना रनौत, अनुराग कश्यप, जोया अख्तर और सोना महापात्र जैसी गई मशहूर हस्तियों ने सलमान के बयान की अलोचना की। दूसरी तरफ अरबाज खान, सोनू सूद और सुभाष घई जैसे लोगों ने सलमान का बचाव किया। शाहरूख ने कहा, यह पक्ष लेने या नहीं लेने की बात नहीं है। मैं खुद बहुत बातें करता हूं, इसलिए किसे यह फैसला करना चाहिए कि कौन क्या करे। उन्होंने कहा, जो लोग कुछ करना चाहते हैं उनको खुद को इसका फैसला करना चाहिए। निजी तौर पर मुझे नहीं लगता कि मैं कोई टिप्पणी नहीं कर सकता हूं। मैं खुद अपने स्तर से बहुत ज्यादा अनुचित हूं।
सलमान खान के लिखित जवाब से असंतुष्ट राष्ट्रीय महिला आयोग ने उनकी विवादास्पद बलात्कार संबंधी टिप्पणियों के सिलसिले में आठ जुलाई को अपने समक्ष पेश होने के लिये कल उन्हें सम्मन जारी किया। आयोग ने 50 वर्षीय अभिनेता को चेतावनी भी दी कि यदि वह इस पैनल के सामने पेश नहीं होते हैं तो वह उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की दिशा में आगे बढ़ सकता है। महिला आयोग ने कल जारी नोटिस में कहा, आयोग को लगता है कि आप अपनी टिप्पणी को लेकर माफी मांगने को इच्छुक नहीं हैं। ऐसे गैर जिम्मेदाराना और क्रूर बयान देने के बाद आपके द्वारा दी गयी सफाई माफीनामा जैसा नहीं है। अतएव आपका जवाब संतोषजनक नहीं है। सलमान ने मीडिया के बातचीत में कहा था कि सुल्तान में कठिन मेहनत के बाद वह बलात्कार पीडि़त महिला जैसा महसूस करते थे।