मुंबई: सुपरस्टार शाहरुख खान का कहना कि महिलाओं के खिलाफ किसी भी तरह की हिंसा आज के दौर में होने वाला सबसे खराब कृत्य है। महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हिंसा को समाप्त करने के लिए शुरू किए गए अभियान ‘‘बस बहुत हो गया- इनफ इज इनफ’’ के तहत 52 वर्षीय अभिनेता ने ‘ललकार कॉन्सर्ट’ में कल रात यहां शिरकत की। यह कॉन्सर्ट पॉप्युलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया, अभिनेता-निर्देशक फरहान अख्तर की पहल ‘मर्द’ और फिल्मकार फिरोज अब्बास खान के सहयोग से आयोजित किया गया था।
शाहरुख खान ने कहा, ‘‘मुझे पता है कि यहां मौजूद आप लड़के-लड़कियां और महिलाएं-पुरुष मानते होंगे की किसी भी तरह की हिंसा खराब है लेकिन अगर बेहद खराब जैसा कोई शब्द है तो महिलाओं के खिलाफ होने वाली हिंसा सबसे खराब है।’’ ‘जब हैरी मेट सेजल’ के अभिनेता ने कहा कि कभी-कभी उनके और फरहान जैसे पुरुषों का महिलाओं के प्रति संवेदनशील और विनम्र होने के लिए मजाक उड़ाया जाता है लेकिन इसे उनकी कमजोरी की तरह नहीं लेना चाहिए।
अभिनेता ने कहा, ‘‘फरहान और मुझे एक सख्त मर्द के तौर पर नहीं लिया जाता क्योंकि हम थोड़े सज्जन, शांत और शर्मीले हैं और हम दिल से महिलाओं के साथ अच्छा व्यवहार करते हैं। मुझे सिखाया गया है कि उनके साथ हमेशा समान रूप से पेश आएं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि यहां मौजूद सभी लोग मानते होंगे की महिलाएं हमसे बेहतर होती हैं। मुझे नहीं लगता कि महिलाओं, अपनी बेटी, बहन, मां, पत्नी और प्रेमिका से डरने में कोई शर्म की बात है।’’
शाहरुख खान ने यहां जावेद अख्तर की कविता भी पढ़ी। किंग खान, फरहान अख्तर के अलावा यहां सलीम-सुलेमान, अरमान मलिक, पापॉन, नीति मोहन,सुकृति कक्कड़ और प्रकृति कक्कड़ ने भी प्रस्तुति दी।