एक साथ तीन बड़ी फिल्मों की टक्कर से हो सकता था नुकसान
अगर ‘सुल्तान’, ‘कबाली’ और ‘रईस’ आपस में टकराती तो तीनों ही फिल्मों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता था, स्क्रीन की संख्या को लेकर आपस में खींचतान बढ़ती और जिस फिल्म को अधिक स्क्रीन सिनेमाघरों में मिलती उसके सफल होने की संभावना भी बढ़ जाती। शाहरुख की पिछली दो फिल्में उतनी सफल नहीं रही थी और वह विवादों में भी चल रहे थे इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए शाहरुख की टीम ने जो फैसला किया है उसे पूरी तरह से एक बेहतर फिल्मी बिजननेस मैन का फंडा करार दिया जाना ज्यादा बेहतर होगा। इस बात में कोई दो राय नहीं की दक्षिण भारत में कबाली का डंका बजना तय है और ईद के अवसर पर सलामन का क्रेज बॉक्स ऑफिस पर चलता रहा है,ऐसे में ‘रईस’ को रिलीज करना समझदारी भरा फैसला नहीं हो सकता था, और यहीं कारण है कि फिल्म अब 26 जनवरी 2017 को रिलीज होगी।
वैसे पहले ऐसा कहा जा रहा था कि एस.एस.राजमौली की ‘बाहुबली-2’ जुलाई में रिलीज होगी लेकिन वह भी 2017 के लिए टाल दी गई फिर शाहरुख की ‘रईस’ की चर्चा चली उसे भी 2017 में ही रिलीज किया जाएगा अब नई चर्चा सुपरस्टार रजनीकांत की ‘कबाली’ की हो रही है,देखन वाली बात होगी कि क्या सलमान की सुल्तान की टक्कर रजनीकांत की ‘कबाली’ से होती है या नहीं? अगर यह टक्कर होती है तो इतना तो तय है यह बॉक्स ऑफिस पर साल की सबसे बड़ी भिड़त होगी।