मुंबई: पिछले काफी वक्त से विवादों में छाई रहने वाली फिल्म ‘उड़ता पंजाब’ के पक्ष में लगभग पूरा बॉलीवुड एकजुट होकर सामने आया। फिल्म बंबई हाईकोर्ट द्वारा फिल्म को हरी झंड़ी मिलने से पूरी फिल्म इंडस्ट्री से काफी खुश है। अब इसे लेकर दिग्गज अदाकारा शबाना आजमी का मानना है कि केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) को ना ही फिल्मों को सेंसर करना चाहिए और ना ही प्रमाणित करना चाहिए बल्कि सिर्फ वर्गीकृत करना चाहिए।
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आजमी का यह बयान फिल्म ‘उड़ता पंजाब’ को लेकर इस फिल्म के निर्माताओं और सेंसर बोर्ड के बीच के सेंसरशिप विवाद की पृष्ठभूमि में आया है। सेंसर बोर्ड ने फिल्म के कई दृश्यों को हटाने की मांग की थी। फिल्म ‘नीरजा’ की 65 वर्षीय अभिनेत्री ने ट्वीट किया, “सीबीएफसी को एक ऐसी संस्था होनी चाहिए जो फिल्मों को सेंसर या प्रमाणित नहीं करता हो, बल्कि सिर्फ वर्गीकृत करता हो।“
अभिषेक चौबे निर्देशित फिल्म ‘उड़ता पंजाब’ पंजाब में मादक पदार्थों के सेवन पर आधारित है। सीबीएफसी से विवाद होने के बाद फिल्म निर्माताओं ने इसके निर्णय के खिलाफ बंबई उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। बंबई उच्च न्यायालय ने सिर्फ एक कट के साथ फिल्म को रिलीज करने की मंजूरी दी है। फिल्म में शाहिद कपूर, आलिया भट्ट, करीना कपूर खान और पंजाबी फिल्मों अभिनेता-सिंगर दिलजीत
दोसांझ मुख्य किरदारों में नजर आएंगे। फिल्म में शाहिद पंजाब के रॉकस्टार टॉमी सिंह की भूमिका निभाते हुए नजर आएंगे। जबकि करीन कपूर इसमें डॉक्टर, दिलजीत पुलिस अधिकारी और आलिया भट्ट बिहारी मजदूर के किरदार में नजर आ रही हैं। फिल्म 17 जून को सिनेमाघरों में रिलीज की जाएगी।