इस्लामाबाद: पिछले दिनों उड़ी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी बढ़ गया था। इसका असर दोनों ही देशों की फिल्म इंडस्ट्री पर भी देखने को मिला। जहां एक तरफ भारत में काम कर रहे पाक कलाकरों को देश छोड़ने के लिए कहा गया। वहीं पाकिस्तान में भी बॉलीवुड फिल्मों की रिलीज को प्रतिबंद्ध कर दिया गया। हालांकि हाल ही सुनने में आया कि अब पाक में भी बॉलीवुड फिल्में रिलीज की जाएंगी। लेकिन यह भी कहा जा रहा है कि पाकिस्तान में नवीनतम बॉलीवुड फिल्मों की स्क्रिीनिंग में समय लगेगा। सेंटॉरस में सिनेप्लेक्स के मालिक नदीम मांडवीवाला ने यह कहा।
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एक पाकिस्तानी समाचार पत्र के अनुसार गुरुवार को मांडीवीवाला के हवाले से कहा कि अब यह मामला भारत के पाले में है। पाकिस्तान के सिनेमा मालिकों ने सितंबर में भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव खत्म न होने तक भारतीय फिल्में न दिखाने का फैसला किया था। भारतीय फिल्मों में पाकिस्तानी कलाकारों पर भारतीय मोशन पिक्चर प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन के प्रतिबंध के बाद पाकिस्तान का यह फैसला आया था।
समाचार पत्र की रिपोर्ट के मुताबिक, इस फैसले से पाकिस्तानी सिनेमाघरों को वित्तीय नुकसान हुआ। भारतीय फिल्मों पर प्रतिबंध हटाने का फैसला पिछले सप्ताह लिया गया था और पाकिस्तान में पुरानी भारतीय फिल्मों की स्क्रिीनिंग पहले ही शुरू हो चुकी है।
मांडवीवाला ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि उन्हें नवीनतम भारतीय फिल्में तत्काल मिल जाएंगी। उन्होंने कहा, "नई फिल्मों की स्क्रीनिंग में कई दिन, सप्ताह और महीने भी लग सकते हैं। हमने प्रतिबंध हटा दिया है और अब यह भारतीय वितरकों पर है कि वे पाकिस्तान को अपनी फिल्में बेचेंगे या नहीं।"
उन्होंने कहा, "भारतीय वितरकों के फिल्में बेचने पर सहमत होने के बाद हमें सरकार से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) लेना होगा। एनओसी जारी होने के बाद पाकिस्तान सेंसर बोर्ड से फिल्मों के लिए मंजूरी लेनी होगी।" आगे उन्होंने कहा, "उसके बाद हम यह कह पाने की स्थिति में होंगे कि नई भारतीय फिल्में पाकिस्तान में दिखाई जा सकती हैं।"