कलाकार: ऐश्वर्या राय बच्चन, रणदीप हुड्डा, रिचा चड्ढ़ा
निर्देशक: उमंग कुमार
संगीत: जीत गांगुली
शैली: बायोपिक
बॉलीवुड में पिछले काफी वक्त से असल जिंदगी पर आधारित फिल्मों की जैसे बाढ़ आई हुई है। ‘एयरलिफ्ट’, ‘अलीगढ़’, ‘नीरजा’, ‘अजहर’, ‘मैरी कॉम’ और अब ‘सरबजीत’। जिंदगी की हकीकत को पर्दे पर उतारने में हमारे फिल्म निर्देशक का माहिर हो गए हैं। दर्शकों से भी इन फिल्मों को काफी सराहना हासिल हो रही हैं। शुक्रवार को सिनेमाघरों में रिलीज हुई फिल्म 'सरबजीत' भी जिंदगी की एक ऐसी हकीकत को बयां करती है जो आपको झकझोर देगी। यह फिल्म एक ऐसी कहानी है जिसे निर्देशक उमंग कुमार ने सरबजीत सिंह की बहन दलबीर कौर के नजरिए से दर्शकों के सामने पर्दे पर उतारा है।
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कहानी:-
फिल्म शुरु होती है पंजाब के एक ऐसे गांव भीखीविंज से जो पाकिस्तान की सीमा से सटा हुआ है। इसी गांव में सरबजीत (रणदीप हुड्डा) अपने परिवार के साथ हंसते-खेलते हुए जिंदगी का मजा उठा रहा है। एक रात वह नशे की हालत में पाकिस्तान बॉर्डर पार कर जाता है और तभी उसे वहां की पुलिस पकड़ लेती है। इसके 8 महीने बाद उसकी बहन दलबीर कौर (ऐश्वर्या राय) और पत्नी सुख (रिचा चड्ढ़ा) को खबर मिलती है कि वह पाकिस्तान की जेल में बंद है। इसी दौरान सरबजीत 1990 में फैसलाबाद और लाहौर में हुए बम धमाकों का आरोपी साबित कर दिया जाता है। इसके लिए सरबजीत को फांसी की सजा सुनी दी जाती है। इसी बीच दलबीर कौर अपने भाई को जेल से निकालने के लिए हजारों कोशिशों में लग जाती हैं। इन्हें देखकर ऐसा लगता है कि वह एक ऐसी लड़ाई लड़ रही हैं जो कभी खत्म ही नहीं होगी। इसकी कहानी आपको अंत तक बांधे रखती है और कुछ जगहों पर आपकी आंखें भी नम हो सकती हैं।
अभिनय:-
फिल्म में सरबजीत बने रणदीप हुड्डा का अभिनय काबिले तारीफ है। उन्होंने जेल की चारदीवारी में रहकर भी अपने किरदार को बखूबी पर्दे पर उतारा है। दलबीर कौर के किरदार में ऐश्वर्या भी अपने रोल के साथ पूरी तरह से इंसाफ करती हुई नजर आई हैं। फिल्म में दिखाए गए उनके 22 साल की लड़की से लेकर एक 52 साल की महीला के अभिनय को उन्होंने पूरी शिद्दत से दर्शकों के सामने परोसा है। लेकिन फिल्म में वह एक पंजाबी महीला का किरदार निभा रही हैं और वही भाषा वह ठीक से नहीं बोल पा रहीं। वहीं सरबजीत की पत्नी का किरदार निभा रहीं रिचा चड्ढ़ा भी एक बेबस महीला के भूमिका में बेहतरीन छाप छोड़ती हुई दिखी हैं।
निर्देशन:-
उमंग कुमार इससे पहले असल जिंदगी पर आधारित फिल्म ‘मैरी कॉम’ भी बना चुके हैं। लेकिन सरबजीत एक परिवार और दो देशों की कहानी है। उन्होंने 2 घंटे 11 मिनट की इस फिल्म में 13-14 साल लंबे अंतराल को बखूबी पर्दे पर पेश किया है। उमंग कुमार ने अपनी पूरी कोशिश की है कि वह हर उस एहसास को दर्शकों के सामने परोस सके जो सरबजीत और उनके परिवार पर गुजरा था। लेकिन कुछ जगहों पर दमदार संवादों की कमी भी महसूस होती है। फिल्म का नाम ‘सरबजीत’ होने के बावजूद भी इसकी कहानी उनकी बहन दलबीर कौर के इर्द-गिर्द ही घूमती रहती है।
क्यों देखें:-
'सरबजीत' की कहानी से तो हर कोई वाकिफ है। अगर आप असल जिंदगी पर आधारित फिल्में देखने के शैकीन हैं तो इस फिल्म को देखने जा सकते हैं। ऐश्वर्या और रणदीप के शानदार अभिनय के कारण भी इस फिल्म को देखा जा सकता है।