मुझ पर ओरल सेक्स करने के लिए दबाव डाला। इसके बाद मुझसे गैंगरेप किया गया। मुझे याद है कि मैं घर पहुंची और खुद पर इस घटना को भुलाने के लिए दबाव डालती रही मगर सालों तक यह मेरे दिमाग में जैसी की तैसी बनी रही। मगर इस पूरी घटना से मेरी आत्मा कभी नहीं टूटी। मैं आज भी शार्ट ड्रेसेस पहनती हूं, होठों पर सुर्ख लाल रंग ही लगाती हूं।'
सपना ने आगे उनके आसपास के लोगों के सोचने के तरीके पर भी बात की। उन्होंने कहा 'जब मैं 14 साल की थी तो लड़कों के जैसे ही बात करती थी। मोटर साइकल चलाती थी। सिगरेट पीती थी। बांद्रा के लोग मुझे कई बार इस कारण 'वेश्या' भी बोलते थे। यह बात मुझे कभी समझ नहीं आई। मगर हां! यदि यह सारी चीजें करने से ही मैं वेश्या बनती हूं तो मैं इस बात को खुशी से लेती हूं।'