नई दिल्ली: विरोध प्रदर्शन के बावजूद आखिरकार संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावत' आज रिलीज हो गई। कई महीनों तक राजपूत गौरव, सम्मान व बलिदान से छेड़छाड़ को लेकर चल रहे कई राजपूत संगठनों के विरोध प्रदर्शन व तनाव के बीच बॉलीवुड फिल्म 'पद्मावत' गुरुवार को कुछ राज्यों को छोड़कर देश भर में 4,000 स्क्रीन पर रिलीज हुई। कांग्रेस 'पद्मावत' के खिलाफ विरोध प्रदर्शन को लेकर मोदी सरकार पर जमकर बरसी। कांग्रेस ने प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा की नैतिक जिम्मेदारी प्रधानमंत्री मोदी को लेने को कहा। पार्टी ने हरियाणा के गुरुग्राम में एक स्कूली बच्चों की बस पर हुए हमले को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर 'घृणा की राजनीति' करने व 'देश को आग में झोंकने' का आरोप लगाया। संजय लीला भंसाली की फिल्म साल भर से ज्यादा समय से विवादों में रही है। यह भाजपा शासित राजस्थान, मध्य प्रदेश व गुजरात में श्रीराजपूत करणी सेना के राजपूत इतिहास से कथित छेड़छाड़ के आरोप को लेकर रिलीज नहीं की गई। बिहार व उत्तर प्रदेश के कुछ सिनेमाघरों ने इसका प्रदर्शन नहीं किया, लेकिन दिल्ली, मुंबई व अन्य जगहों पर फिल्म ने अच्छी संख्या में दर्शकों को अपनी तरफ खींचा।
भंसाली प्रोडक्शंस व वायकॉम18 मोशन पिक्चर्स के अनुसार, चार हजार से ज्यादा सिनेमाघरों में दर्शकों की भारी तादाद रही, ज्यादातर शो हाउसफुल रहे। वायकॉम 18 के प्रवक्ता ने कहा, "हमें उम्मीद है कि सभी राज्यों में हर भारतीय को फिल्म देखने का अवसर मिलेगा, खासकर जब हम अपने महान राष्ट्र का 69वां गणतंत्र दिवस मना रहे हैं।"
फिल्म में दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह व शाहिद कपूर प्रमुख भूमिकाओं में हैं। यह फिल्म सूफी कवि मलिक मोहम्मद जायसी की रचना पद्मावत पर आधारित है। करणी सेना फिल्म में 'राजपूत रानी पद्मावती व मुस्लिम आक्रमणकारी अलाउद्दीन खिलजी के बीच दृश्यों को लेकर भंसाली के खिलाफ रही।' हालांकि, फिल्म में दोनों के बीच ऐसा कोई दृश्य है ही नहीं।
करणी सेना फिल्म पर प्रतिबंध की मांग पर अडिग थी और अभी भी है। लेकिन, सर्वोच्च न्यायालय ने इसे मंगलवार को पूरे भारत में रिलीज करने को मंजूरी दे दी। इसके बाद भी फिल्म को गुरुवार को करणी सेना के बंद के आह्वान के बीच राजस्थान में प्रदर्शित नहीं किया गया। करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने जयपुर में एक बाइक रैली निकाली। चित्तौड़गढ़ पुलिस की भारी तैनाती की वजह से किले में तब्दील हो गया, जबकि नागौर, बांसवाड़ा, उदयपुर, जोधपुर, सीकर, जैसलमेर, सवाई माधोपुर, प्रतापगढ़ व खेंतडी में भी बंद का असर दिखाई दिया।
मध्य प्रदेश में थियेटर मालिकों ने सुरक्षा चिंताओं के मद्देनजर पद्मावत रिलीज नहीं की। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से बातचीत की और इसके हल की उम्मीद जताई। प्रदर्शनकारियों ने एक सिनेमा घर के बाहर एक कार को आग के हवाले कर दिया। मध्य प्रदेश सरकार सर्वोच्च न्यायालय में एक समीक्षा याचिका दाखिल करेगी। सरकार पहले भी फिल्म को रिलीज न करने के लिए शीर्ष अदालत जा चुकी है।
बिहार में विरोध प्रदर्शन की वजह से कई थियेटरों ने फिल्म को दिखाने से इनकार कर दिया। भीड़ ने सिनेमा हाल पर हमला कर दिया और पोस्टर फाड़ दिए और वाहनों को नुकसान पहुंचाया और फिल्म को दिखाए जाने पर सिनेमा हाल में आग लगाने की धमकी दी।
फिल्म को लेकर मिली धमकी की वजह से वैशाली, गया, भागलपुर व पूर्णिया के सिनेमाघर मालिकों ने पद्मावत को अपने सिनेमा घरों में प्रदर्शित नहीं करने का निर्णय लिया। भोजपुर व बक्सर जिलों में करणी सेना कार्यकर्ताओं के साथ राजपूत महासभा ने हिंसक विरोध प्रदर्शन किए।
उत्तर प्रदेश में लखनऊ सहित कई जगहों पर सिनेमा घरों व मल्टीप्लेक्सेज ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए फिल्म के प्रदर्शन से इनकार कर दिया। प्रदर्शन-हंगामे के बीच प्रदेश में करीब दो दर्जन लोगों को हिरासत में लिया गया। अधिकारियों ने कहा कि हरियाणा के गुरुग्राम के कुछ थियेटरों में मुश्किल से दर्शक जुट सके।
हालांकि, फिल्म को हरियाणा व पंजाब में अच्छी शुरुआत मिली है। फिल्म को तेलंगाना व आंध्र प्रदेश में इसे 300 थियेटरों में रिलीज किया गया है। मध्य दिल्ली के सिनेमा हाल में सुरक्षा के लिए बैरिकेडिंग लगाई गई थी। इसी तरह मुंबई में भी सिनेमा घरों को फिल्म के मद्देनजर पुलिस सुरक्षा मुहैया कराई गई।