वाराणसी: बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त ने हाल ही में अपने तेज बारिश के बीच वाराणसी में अपने पिता सुनील दत्त और मां नरगिस दत्त का पिंडदान किया। इसी के साथ उन्होंने अपने पिता की इच्छा भी पूरी कर दी है। संजय चार्टर्ड विमान से वाराणासी पहुंचे और रानीघाट में माता-पिता का 'पिंडदान' किया। नवरात्रि से पहले 15 दिन की श्राद्ध की अवधि के दौरान यह किया जाना शुभ माना जाता है। 8 ब्राह्मणों ने पूजा-पाठ और पिंडदान करने में मदद की। बता दें कि यहां उनके साथ आगामी फिल्म 'भूमि' की सह-कलाकार अदिति राव हैदरी भी उनके साथ उपस्थित थीं।
संजय ने संवाददाताओं को बताया कि जब उनके पिता अस्पताल में थे, तो उन्होंने इच्छा व्यक्त की थी कि उनका श्राद्ध काशी में किया जाए। वाराणासी को ऐतिहासिक रूप से काशी के नाम से जाना जाता है। उन्होंने आगे बताया कि, "भूमि के प्रमोशन के लिए मुझे बनारस आना था तब मैंने किया कि यह काम जरूर पूरा करूंगा।" उन्होंने कहा, "यह हमारे परिवार के लिए महत्वपूर्ण है।" बता दें कि मुंबई में कांग्रेस सांसद रहे सुनील दत्त की 25 मई, 2005 को अचानक मृत्यु हो गई।
संजय दत्त ने यहां अपने माता पिता सहित पितरों का भी श्राद्ध किया। उन्होंने ब्राह्माणों के शंखनाथ के बीच मां गंगा की आरती की और 21 लीटर दूध से दुग्धाभिषेक भी किया। गौरतलब है कि संजय दत्त जल्द ही आगामी फिल्म 'भूमि' में नजर आने वाले हैं। उनकी यह फिल्म पिता और बेटी के रिश्तों पर आधारित है। 'भूमि' 22 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होने के लिए बिल्कुल तैयार है।