एक सदाबहार और चॉकलेटी हीरो के रूप में दशकों तक बॉलीवुड पर राज करने वाले ऋषि कपूर का आज मुंबई के एचएन.रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल में निधन हो गया। इसकी पुष्टि अमिताभ बच्चन से ट्वीट करके दी। उनके निधन की खबर से पूरा बॉलीवुड शोक की लहर में डूब गया है।
ऋषि कपूर का जन्म 4 सितम्बर 1952 को मुंबई के चेंबूर में हुआ। ऋषि कपूर बॉलीवुड के शो मैन यानी राज कपूर के मंझले बेटे हैं। ऋषि कपूर का निक नेम चिंटू हैं। ऋषि कपूर के दो भाई हैं। रणधीर कपूर और राजीव कपूर और दोनो ही बॉलीवुड अभिनेता हैं।
बॉलीवुड में अपनी बेहतरीन साख के लिए पहचाने जाने वाले कपूर खानदान में पैदा हुए ऋषि कपूर पहला ब्रेक मिला मेरा नाम जोकर से। इस फिल्म में उन्होंने बाल कलाकार के रूप में काम किया। इसके बाद जवानी में उन्हें दूसरी फिल्म मिली बॉबी जिसके बाद वो इतने मशहूर हो गए कि लोग उन्हें उनके ही नाम से जानने लगे।
चश्मे बद्दूर, यादों की बारात, अमर अकबर एंथोनी जैसी फिल्में करके अभिनेता ने अपनी एक अलग पहचान बनाई। ऋषि एक ऐसे अभिनेता थे जिन्होंने रोमांटिक किरदारों में जान फूंक दी। इसी कारण वो बॉलीवुड इंडस्ट्री के बेहतरीन कलाकारों में से एक माने जाते थे। ऋषि कपूर ने अपने फ़िल्मी करियर में सैकड़ों फ़िल्में की हैं। इस दौरान उन्होंने कई अवार्ड भी अपने नाम किए।
फिल्मी करियर
परंपरा के अनुसार उन्होने भी अपने दादा और पिता के नक्शे कदम पर पैर रखते हुए फिल्मों में अभिनय किया और वे एक सफल अभिनेता के रूप में उभर आए। 1970 में आई फिल्म 'मेरा नाम जोकर' यह उनकी पहली फिल्म है जिसमें उन्होने अपने पिता के बचपन का रोल किया। जो किशोर अवस्था में अपने टीचर से ही प्यार करने लगता है। परन्तु बॉबी फिल्म में वे बतौर अभिनेता के रूप में दिखाई दिए। इस फिल्म में उनके अपोजिट डिंपल कपाड़िया थीं।
ऋषि कपूर ने अपने करियर में 1973-2000 तक 92 फिल्मों में रोमांटिक हीरो का किरदार निभाया है। इन्होने बतौर सोलो लीड एक्टर 51 फिल्मों में अभिनय किया है। ऋषि कपूर अपने जमाने के चॉकलेटी हीरोज में से एक थे। उन्होने बॉलीवुड की कई रोमांटिक हिट फ़िल्में दीं। ऋषि ने अपनी पत्नी के साथ 12 फिल्मों में अभिनय किया है।
जहां एक ओर ऋषि कपूर ने अपने करियर की शुरुआत रोमांटिक किरदार से किया वहीं उन्होंने फिल्म 'अग्निपथ' खलनायक के किरदार करके हर किसी को हतप्रभ कर दिया। इतना ही नहीं इस फिल्म के लिए ऋषि को आईफ़ा बेस्ट नेगेटिव रोल के अवार्ड से भी नवाजा गया था।
अभिनय की दुनिया में तहलका मचाने के बाद ऋषि कपूर ने निर्देशन में भी अपना हाथ आजमाया। इसी कारण उन्होंने साल 1998 में अक्षय खन्ना और ऐश्वर्या राय बच्चन के साथ फिल्म 'आ अब लौट चलें' निर्देशित किया।
ऋषि कपूर की फिल्मों के बात करें तो मेरा नाम जोकर, यादों की बारात , बॉबी,राजा , रफ्फु चक्कर,कभी-कभी , बारूद , लैला मजनू , रंगीला रतन , चला मुरारी हीरो बनने , अमर अकबर एंथोनी , दूसरा आदमी, नया दौर , पति पत्नी और वो , बदलते रिश्ते , फूल खिले है गुलशन-गुलशन , झूठा कही का , सलाम मेमसाब , सरगम, धन दौलत , आप के दीवाने , दो प्रेमी , कर्ज , प्रेम रोग , ये वादा रहा, दीदार, कुली जैसी सुपरहिट फिल्मो में नजर आएं। ऋशि कपूर आखिर बार अमिताभ बच्चन के साथ फिल्म 101 नॉट आउट में नजर आए थे।