संजीव कुमार बॉलीवुड के ऐसे अभिनेता थे, जिन्होंने अपने अभिनय से हर किरदार में जान डाल दी। बेहद कम उम्र में इस दुनिया को अलविदा कहने वाले संजीव कुमार की आज बर्थ एनिवर्सिरी है। उनका जन्म 9 जुलाई 1938 को सूरत में हुआ था। फिल्म 'शोले' में ठाकुर का रोल आज भी यादगार है। सिर्फ इसी फिल्म में नहीं, बल्कि कई बेहतरीन मूवीज में अपने यादगार किरदारों के लिए वो हमेशा जाने जाएंगे।
संजीव कुमार का पूरा नाम हरीभाई जरीवाला था। उन्होंने फिल्म 'नया दिन नयी रात' में 9 रोल किये थे। वहीं फिल्म 'कोशिश' में उन्होंने गूँगे बहरे व्यक्ति का शानदार अभिनय किया था। उन्हें नेशनल अवॉर्ड तो मिला ही साथ ही फिल्मफेयर में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता और सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता पुरस्कार भी मिल चुका है। संजीव कुमार ने कभी शादी नहीं की और महज 47 साल की उम्र में साल 1985 में हार्ट फेल हो जाने की वजह से उनकी मौत हो गई थी।
संजीव कुमार ने साल 1960 से लेकर 1984 तक 25 साल तक फिल्मों में काम किया। उन्होंने कभी शादी नहीं की हालांकि, ऐसा कहा जाता है कि प्यार उन्हें कई बार हुआ। उनकी शादी ना करने के पीछे एक बड़ा अंधविश्वास था। उनके परिवार में बड़े बेटे के 10 साल के होने पर पिता की मृत्यु हो जाती थी। संजीव के पिता और भाई के साथ भी यही हुआ और परिवार के अन्य लोगों के साथ भी यही हुआ। संजीव ने शादी नहीं करने का फैसला किया। संजीव ने अपने मृतक भाई के बेटे को गोद जरूर ले लिया। मगर उस बच्चे के 10 साल के होते ही संजीव कुमार की भी मृत्यु हो गई।
संजीव कुमार की खासियत थी कि वो कभी भी छोटे रोल करने से हिचकिचाए नहीं। खास बात यह रही कि उन्होंने जया बच्चन के ससुर, प्रेमी, पिता और पति की भूमिकाएं भी निभायी थीं।
जब लेखक सलीम खान ने संजीव कुमार से फिल्म त्रिशूल में अपने समकालीन एक्टर अमिताभ बच्चन और शशि कपूर के पिता की भूमिका निभाने को कहा तो वे बेझिझक मान गए और ये भूमिका उन्होंने इतनी अच्छी तरह निभाई कि इस रोल को ही लीड रोल माना गया। 20 साल की उम्र में भी एक बार संजीव कुमार ने बूढ़े आदमी का रोल प्ले किया था उसे देखकर खुद पृथ्वीराज कपूर भी दंग रह गए थे।