नई दिल्ली: बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता राजेन्द्र कुमार आज 89 वर्ष के हो चुके हैं। हिन्दी सिनेमा के सबसे बेहतरीन कालाकारों में एस कहे जाने वाले राजेन्द्र कुमार ने अपने लंबे फिल्मी करियर में कई बेहतरीन किरदारों को बखूबी पर्दे पर उतारा है। उन्होंने 60 और 70 दशक में वह कई सफल फिल्मों का हिस्सा रहे हैं, जिसके लिए वह फिल्मफेयर अवार्ड से भी सम्मानित किए जा चुके हैं। राजेन्द्र कुमार ने वर्ष 1950 में अपने अभनय करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद उन्होंने फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और करीब 80 फिल्मों में मजर आए। राजेन्द्र कुमार ने दिलीप कुमार और नरगिस दत्त की फिल्म 'जोगन' से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की थी।
इस फिल्म में उन्हें एक छोटे से रोल में देखा गया था। लेकिन पहली ही फिल्म में उन्होंने अपनी दमदार एक्टिंग से सभी का दिल जीत लिया। इसके बाद निर्माता देवेंद्र गोयल उनके अभिनय से इतने खुश हुए कि उन्होंने वर्ष 1955 में आई अपनी फिल्म 'वचन' के लिए उन्हें साइन कर लिया। यह फिल्म राजेन्द्र कुमार की पहली सिलवर जुबली फिल्म साबित हुई। आज उनके जन्मदिन के खास मौके पर एक नजर डालते हैं उनके खूबसूरत फिल्मी सफर पर। इंडिया टीवी के एडिटर इन चीफ रजत शर्मा ने राजेन्द्र कुमार को जन्मदिन की बधाई देते हुए उन्हें सम्मान के साथ याद किया है।
स्टारडम हासिल करने तक राजेन्द्र कुमार का सफर
वर्ष 1959 से 1966 तक का समय राजेन्द्र कुमार की जिंदगी का एक सफर था जब उन्होंने अपने करियर की ऊंचाईयों को हासिल करना शुरु किया और देखते ही देखते वह उन्हें स्टारडम हासिल हो गया। उनकी हर फिल्म उस समय बॉक्स ऑफिस पर हिट साबित हो रही हो रही थी। 'धूल का फूल', 'आरजू' और 'संगम' जैसी फिल्में बॉक्सबस्टर साबित हुईं। उनकी फिल्में 25 हफ्तों से भी ज्यादा सिनेमाघरों में टिकी रहने के कारण लोगों ने उन्हें जुबली कुमार बुलाना शुरु कर दिया था।
राजेन्द्र कुमार इंडस्ट्री के सबसे अमीर सितारों में से एक कहे जाने लगे। लेकिन उनकी फिल्में की सफलता रुकने का नाम ही नहीं ले रही थी। इसके बाद वह फिल्मों में सहायक भूमिका में भी नजर आने लगे। कम ही लोग इस बात को जानते होंगे कि राजेन्द्र कुमार ने अपना बंगला उस समय के एक नए कलाकार को बेच दिया था। बता दें कि यह सितारा कोई और नहीं बल्कि राजेश खन्ना थे। उन्हें लगता था कि अगर वह राजेन्द्र कुमार के घर में रहेंगे तो उन्हें भी उनके जैसी ही सफलता हासिल होगा। हालांकि राजेश खन्ना का यह ख्याल सही भी साबित हुआ। इसके बाद वह इंडस्ट्री के पहले सुपरस्टार कहे जाने लगे।