बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया कि भारत को ‘‘1947 में आजादी नहीं, बल्कि भीख मिली थी’’ और ‘‘जो आजादी मिली है वह 2014 में मिली'’ जब नरेंद्र मोदी सरकार सत्ता में आई। पहले भी विवादास्पद बयान देती रहीं कंगना अपने इस बयान से एक बार फिर विवाद में पड़ गयी हैं।
लालू की बेटी रोहिणी ने लिखा
शहीदों की जान जिसे भीख लगती है
फर्जी झांसी की रानी तू देशद्रोही लगती है..
एक और ट्वीट करते हुए एक्ट्रेस ने लिखा- एक नया इतिहास लिखा जाएगा
आजादी को भीख बता कर
अंधभक्तों के पप्पा का गुणगान किया जाएगा..
आम आदमी पार्टी ने मुंबई पुलिस में आवेदन दाखिल कर कंगना के खिलाफ ‘राजद्रोह पूर्ण और भड़काऊ’ बयान के लिए मामला दर्ज करने की मांग की है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी समेत कई नेताओं, सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं एवं अन्य लोगों ने बुधवार शाम को एक कार्यक्रम में दिये गये अभिनेत्री के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य प्रीति शर्मा मेनन ने कहा कि भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धाराओं 504, 505 और 124ए के तहत कार्रवाई के लिए अनुरोध किया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘शांति भंग करने के मकसद से जानबूझकर अपमान।’’
24 सेकेंड के इस क्लिप में रनौत को कहते सुना जा सकता है, '' 1947 में आजादी नहीं, बल्कि भीख मिली थी और जो आजादी मिली है वह 2014 में मिली।'' वह एक समाचार चैनल के कार्यक्रम में बोल रही थीं जिसमें उनकी बात पर कुछ श्रोताओं को ताली बजाते भी सुना जा सकता है।
वरुण गांधी ने कहा, ‘‘यह राष्ट्र-विरोधी कृत्य है और इसे यही कहा जाना चाहिए। इसे ऐसा नहीं कहना उन लोगों के साथ विश्वासघात होगा जिन्होंने अपना खून बहाया और आज हम एक देश के रूप में तनकर और आजाद खड़े हो सकते हैं।’’
वहीं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने देश की आजादी के बारे में अभिनेत्री कंगना रनौत की विवादित टिप्पणी को लेकर उनकी आलोचना करते हुए उनसे पद्मश्री पुरस्कार वापस लिए जाने की मांग की। मांझी ने अपने ट्विटर हैंडल पर राष्ट्रपति को टैग करते और कंगना का एक वीडियो फुटेज साझा करते हुए लिखा, ‘‘कंगना रनौत से पद्मश्री सम्मान अविलंब वापस लेना चाहिए, नहीं तो दुनिया ये समझेगी कि गांधी, नेहरू, भगत सिंह, पटेल, कलाम, मुखर्जी एवं सावरकर सभी ने भीख मांगी, तो आजादी मिली। लानत है ऐसी कंगना पर।’’
कांग्रेस ने ‘भारत को आजादी भीख में मिलने’ संबंधी अभिनेत्री कंगना रनौत के बयान को लेकर उन पर निशाना साधा और कहा कि यह ‘देशद्रोह’ है और इसके लिए कंगना से पद्मश्री सम्मान वापस लिया जाना चाहिए। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने ट्वीट किया, ‘‘कंगना रनौत का बयान महात्मा गांधी, पंडित नेहरू और सरदार पटेल जैसे स्वतंत्रता सेनानियों का ही नहीं, बल्कि सरदार भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद जैसे क्रांतिकारियों के बलिदान का भी अपमान है।’’
कंगना की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने कहा, ‘‘मैं मांग करता हूं कि कंगना रनौत को अपने बयान के लिए सभी देशवासियों से माफी मांगनी चाहिए क्योंकि इससे हमारे स्वतंत्रता आंदोलन और स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान हुआ है।’’ उन्होंने यह भी कहा, ‘‘भारत सरकार को ऐसी महिला से पद्मश्री सम्मान वापस लेना चाहिए जिसने महात्मा गांधी, सरदार पटेल, सुभाष चंद्र बोस, पंडित नेहरू, सरदार भगत सिंह का अपमान किया है। ऐसे लोगों को पद्मश्री देने का मतलब है कि सरकार इस तरह के लोगों को बढ़ावा दे रही है।’’
शिवसेना नेता नीलम गोरहे ने बृहस्पतिवार को कहा कि अभिनेत्री कंगना रनौत पर भारत की आजादी को ‘‘भीख’’ बताने के लिए देशद्रोह का मुकदमा दर्ज होना चाहिए तथा उनका पद्म श्री पुरस्कार भी वापस ले लेना चाहिए। महाराष्ट्र विधान परिषद की उपाध्यक्ष गोरहे ने एक बयान में कहा कि अभिनेत्री ने बहुत ‘‘गैर जिम्मेदाराना, आधारहीन और अनैतिहासिक’’ बयान दिया है। उन्होंने दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी समेत सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों का भी अपमान किया। शिवसेना नेता ने कहा, ‘‘उनकी टिप्पणियों के लिए उन पर देशद्रोह का मुकदमा चलाया जाना चाहिए। उनका पद्म पुरस्कार भी वापस ले लेना चाहिए।’’