नई दिल्ली: बॉलीवुड सुपरस्टार गोविंदा ने कहा है कि अभिनेता रणवीर सिंह हिंदी फिल्मों के अगले सुपरस्टार बनने जा रहे हैं। 'जब मैं रणवीर सिंह से मिला तो मैंने उसे कहा, आप सुपरस्टार बनोगे.. जो भी फिल्म करोगे वो हिट होगी।' गोविंदा आज रात इंडिया टीवी पर प्रसारित शो 'आप की अदालत' में रजत शर्मा के सवालों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा, 'सफल आर्टिस्ट बनने के लिए तहजीब, पढ़ाई और शरीफ होना जरूरी है, आर्टिस्ट में अहंकार नहीं होना चाहिए। मुझे लगता है कि रणवीर में ये गुण हैं.. अभी तो शुरुआत है और अगर उसने पूरी मेहनत की तो सफल होगा। He is my favourite (मैं उसे पसंद करता हूं)।'
गोविंदा ने अपने करियर के पहले 11 साल में 118 फिल्मों में अभिनय किया और एक वक्त ऐसा था जब गोविंदा एक साथ 29 फिल्मों की शूटिंग कर रहे थे। 22 साल की उम्र में उन्होंने लगभग 50 फिल्में साइन की थीं और उनमें से कई फिल्में हिट हुईं। गोविंदा ने सुपरस्टार सलमान खान की भी तारीफ की। उन्होंने कहा, 'I love him, he is a very nice person and a very good artiste. Both Ranveer and Salman top my list'. (मैं उन्हें प्यार करता हूं, वे बहुत अच्छे व्यक्ति हैं और बहुत अच्छे कलाकार भी हैं। रणवीर और सलमान मेरी लिस्ट में सबसे ऊपर हैं।)
गोविंदा ने पहली बार खुलासा किया कि उन्होंने अपने लंबे समय के दोस्त और निर्देशक डेविड धवन का साथ क्यों छोड़ा, जिनके साथ उन्होंने 17 हिट फिल्में की थी। जब रजत शर्मा ने पूछा कि पिछले कुछ वर्षों से उन्होंने डेविड धवन से बातचीत करना क्यों छोड़ दिया है, गोविंदा ने कहा: 'वह ये प्रश्न तब पूछने लायक होंगे जब उनके बेटे (वरुण धवन) उनके साथ 17 फिल्में करेंगे। मुझे नहीं लगता उनका बेटा उनके साथ 17 फिल्में करेगा क्योंकि, वह डेविड धवन का बेटा है, पढ़ा-लिखा है। मैंने किसी एक व्यक्ति के साथ 17 फिल्में करने का महत्व नहीं समझा था। वो संजय दत्त ने मुझे पंजाबी साथियों (डेविड धवन) को काम देने के लिए कहा था और उस समय मैं पंजाबी साथियों को काम देता था। मुझे डेविड अच्छे लगे और उनके साथ कई हिट फिल्में की। मैंने अपने रिश्तेदारों के साथ भी वैसा सलूक नहीं किया, जो रिश्ता मेरा डेविड धवन के साथ था। मेरे भाई डायरेक्टर हैं, लेकिन मैंने उनके साथ भी 17 फिल्में नहीं की।'
गोविंदा ने उस घटना का जिक्र किया जिसके बाद दोनों के बीच ब्रेकअप हुआ था। गोविंदा ने कहा: 'राजनीति से लौटने के बाद मैंने अपने सेक्रेट्री से कहा कि एक बार डेविड धवन को फोन लगाएं और स्पीकर ऑन करके बात करें, ताकि मैं सुन सकूं कि डेविड कह क्या रहा है। मैंने डेविड को यह कहते हुए सुना- चि-चि (गोविंदा का उपनाम) से कह दो वह बहुत ज्यादा सवाल पूछ रहा है और मैं उसके साथ काम नहीं करूंगा। अगर वह चाहे तो छोटा-मोटा रोल कर ले।'
'मैंने डेविड की इस बात को दिल पर ले लिया। मैंने तय किया कि मैं उसके साथ काम नहीं करूंगा। फिर भी चार-पांच महीने बाद मैंने डेविड को फोन पर कहा कि वो मुझे कम से कम एक गेस्ट अपीयरेंस दे दे। उसके बाद से उसका फोन नहीं आया। मुझे लगता है वो किसी के कहे में आया हुआ है। ये वो डेविड धवन नहीं है, जिसे मैं जानता था।'
यह पूछे जाने पर कि उन्होंने पटकथा लेखक स्व. कादर खान के साथ भी संबंध तोड़ लिया था, जिनके साथ उन्होंने 41 हिट फिल्में की। गोविंदा ने कहा: 'कादर खान, जिसकी फिल्म टच करते थे वही हिट होता था। उन्होंने अमिताभ बच्चन जी के लिए सुपरहिट फिल्में लिखी, फिर जीतेंद्र के लिए हिट फिल्में लिखीं, फिर मिथुन के साथ हिट फिल्में लिखी और फिर मेरे साथ उनकी सभी फिल्में सुपरहिट रही। उन्होंने जो टच किया वो फिल्में सुपरहिट रहीं।'
जब रजत शर्मा ने यह सवाल किया कि कादर खान के बेटे ने अपने पिता की मौत के बाद कहा था कि गोविंदा ने कभी उनके पिता के स्वास्थ्य के बारे में नहीं पूछा, तो गोविंदा ने कहा: 'कादर खान सॉफ्ट नेचर के हो गए थे और वह छोटी-छोटी बातों का बुरा मानते थे। एकबार वह एक दैवी पुस्तक पर लिख रहे थे। मैंने उनसे कहा कि आप इस दैवी पुस्तक को लेकर कागज पर कलम न रखें। वह नाराज़ हो गए। मैंने उनसे कहा कि इससे उनके जीवन, उनके स्वास्थ्य और उनकी क्रियाओं पर बुरा असर पड़ सकता है। मैंने ऐसा इसलिए कहा क्योंकि मैं उन्हें पसंद करता था। कादर खान ने फिर भी लिखना शुरू किया। उन्होंने मुझे बहुत ज्यादा डांट लगाई। चूंकि वह गुरु थे इसलिए मैंने कुछ नहीं कहा। मैंने तीन-चार बार उनसे संपर्क करने की कोशिश की लेकिन कर नहीं पाया उसके बाद वह बीमार पड़ गए।'
बॉलीवुड स्टार गोविंदा ने यह भी माना कि वे अंधविश्वास और अंकशास्त्र में विश्वास रखते हैं। उन्होंने खुलासा किया कि उन्होंने अपनी मां की सलाह पर अपनी पत्नी सुनीता से 49 साल की उम्र में 'पुनर्विवाह' किया था। गोविंदा ने यह भी माना कि उन्होंने अंकशास्त्र की वजह से अपना नाम बदलकर गोविंदा किया। वह अपने नाम में 27 का अंक चाहते थे, जिसमें 9 का योग हो। गोविंदा ने कहा: आदरणीय अमिताभ बच्चन जी नीलम पहनते हैं, क्या कभी किसी ने कमेंट किया? नहीं, क्योंकि वे डरते हैं। संजय दत्त भी अंगूठी पहनते हैं, क्या किसी ने कभी कमेंट किया? और सलमान खान? लोग तो डर के मारे भाग जाएंगे।
गोविंदा ने कहा कि जो लोग उनपर अंधविश्वास का आरोप लगाते थे खुद वही लोग गुप्त रूप से वास्तु शास्त्र पर भरोसा करते थे। गोविंदा ने यह भी बताया कि फिल्मों में सफलता पाने के लिए 14 साल की उम्र में उन्होंने 24 लाख बार 'गायत्री मंत्र' का पाठ किया था। गोविंदा ने कहा: 'यह मेरी मां की सलाह और आशीर्वाद की वजह से था। मैं उस समय हीरो की तरह नहीं दिखता था।'
गोविंदा ने खुलासा किया कि पहली फिल्म में जब उनसे रोमांटिक सीन करने के लिए कहा गया तो कैसे वे कांपने लगे थे। गोविंदा ने कहा: 'डांस डायरेक्टर सरोज खान ये जानकर चकित रह गईं जब मैंने उन्हें बताया कि अपनी किशोरावस्था में कभी भी किसी लड़की को रोमांटिक रूप से नहीं छुआ था। इसके बाद उन्होंने मुझे रोमांटिक सीन के लिए ट्रेनिंग देने के लिए अपनी असिस्टेंट राजलक्ष्मी को भेजा। इसके बाद तो फिर मैं कभी पीछे नहीं हटा और फिर तो अभिनेत्रियां कांपने लगीं।'
गोविंदा ने खुलासा किया कि राजनीति में आने और 14 वीं लोकसभा चुनाव लड़ने का फैसला उनका नहीं था। गोविंदा ने कहा: 'वो साधु और संत थे जिन्होंने मुझे चुनाव लड़ने के लिए राजी किया। वैसे भी मैंने राजनीति छोड़ दी है, क्योंकि मूल रूप से मैं एक कलाकार हूं और हमेशा कलाकार ही रहूंगा।'