मुंबई: पिछले कुछ समय से फिल्मी हस्तियां सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हो गई है। इसके जरिए वह आसानी से अपने चाहने वालों के साथ जुड़े रहते हैं। लेकिन फिल्मकार राम गोपाल वर्मा ने पिछले 7 महीनों से ट्विटर से दूरी बनाई हुई हैं। हालांकि अब वह इस माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट पर लौट आए हैं। उन्होंने कहा कि वह इस प्लेटफॉर्म से दूर रहकर ऊब गए थे और बोरियत महसूस करने लगे थे, इसलिए वह लौट आए। वर्मा ने कहा, "मैंने जब ट्वीट करना बंद किया..तो उस समय मैं ट्विटर से ऊब गया था और इससे दूर हो गया और अब मैं ट्विटर से दूर होकर ऊब गया और लौट आया।"
यह पूछे जाने पर कि क्या वह फिर से उकसाऊ टिप्पणी करेंगे, क्या यह उनकी खासियत होने जा रहा है तो उन्होंने कहा, "न तो शेर अपने शरीर की धारियों को बदलता है और न सांप अपने जहरीले दांतों को बदलता है और चाहे यह मेरी खासियत हो या न हो, मैं जैसा हूं वैसा जरूर रहूंगा।" वर्मा ने यह पूछे जाने पर कि उनका पहला ट्वीट क्यों आक्रामक रहा, जिसमें उन्होंने पवन कल्याण को राजनीति में उतरने की चुनौती दी है तो उन्होंने कहा, "मैं चुनौती नहीं दे रहा था, बस सलाह दे रहा था।"
वर्मा से जब पूछा गया कि क्या उन्हें लगता है कि राजनीति में रजनीकांत और पवन का भविष्य उज्जवल है और पवन का नहीं? तो उन्होंने कहा, "मैंने ऐसा कभी नहीं कहा कि पवन का राजनीति में भविष्य उज्जवल नहीं है। मैंने बस इतना कहा है कि उन्हें रजनीकांत के समान साहस और आत्मविश्वास दिखाना चाहिए।" फिल्मकार ने यह पूछे जाने कि क्या वह एमजीआर-करुणानिधी की तरह का टकराव कमल हासन और रजनीकांत के बीच देखते हैं तो उन्होंने कहा कि वे दोनों अलग-अलग राज्यों से हैं, इसलिए तुलना करना गलत है। एनटीआर के जीवन पर बन रही फिल्म की ‘प्रगति’ के बारे में पूछे जाने पर वर्मा ने कहा कि यह अगले चुनाव के पहले रिलीज होगी।