चेन्नई: दक्षिण भारतीय के लोकप्रिय खेल जल्लीकट्टू को लेकर इन दिनों विवाद छाया हुआ है। सांडों के इस खेल को प्रतिबंध लगाए जाने की बात से ही कई युवा इस खेल के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे हैं। कई फिल्मी हस्तियां भी इसके सपोर्ट में उतरी हैं। लेकिन इसी दौरान अब तमिल सुपरस्टार रजनीकांत और कमल हासन ने जल्लीकट्टू प्रदर्शन की पृष्ठभूमि में हुई हिंसा पर सोमवार को चिंता जताई है साथ ही आंदोलनरत छात्रों से संयम बरतने का आह्वान किया।
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रजनीकांत ने कहा कि छात्रों के प्रदर्शन को भारतीय इतिहास में स्वर्णाक्षरों में लिखा जाना चाहिए और इसने बड़े स्तर पर लोगों का ध्यान अपनी ओर आकृष्ट किया है। उन्होंने कहा कि युवा और महिलाओं सहित विभिन्न तबकों के लोगों ने उनका समर्थन किया तथा उनके शांतिपूर्ण प्रदर्शनों को आगे बढ़ाया। उन्होंने हिंसा और पुलिस कार्रवाई का जाहिरा तौर पर जिक्र करते हुए कहा कि इस चरण में कुछ घटनाओं को देखकर वह दुखी हैं। उन्होंने कहा कि कुछ असामाजिक तत्व छात्रों के आंदोलन तथा उनके द्वारा पैदा की गई सद्भावना को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।
रजनीकांत ने कहा, "आपको उन्हें अपने आंदोलन और सद्भावना को बदनाम नहीं करने देना चाहिए, इसके अलावा पुलिस आपके प्रदर्शनों की समर्थक रही है।" उन्होंने एक बयान में कहा, "मैं आपसे विनम्रतापूर्वक अनुरोध करता हूं कि आप इस प्रदर्शन को तुरंत समाप्त करें।"
मौजूदा घटनाक्रम को लेकर कमल हासन भी विद्यार्थियों और युवाओं के समर्थन में उतर आए और कहा, विद्यार्थियों के शांतिपूर्ण विरोध पर पुलिस की आक्रामक कार्रवाई के अच्छे नतीजे नहीं निकलेंगे। उन्होंने प्रदर्शनकारियों से हिंसा का रास्ता नहीं अपनाने का आग्रह किया। हासन ने ट्विटर पर लिखा, "यह एक गलती है। विद्यार्थियों के शांतिपूर्ण विरोध पर आक्रामक पुलिस कार्रवाई के अच्छे नतीजे नहीं निकलेंगे।" उन्होंने विद्यार्थियों और युवाओं से हिंसा पर उतारू नहीं होने की अपील करते हुए यह मामला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष भी उठाया। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि उन्होंने अपने सर्वश्रेष्ठ संपर्कों के जरिए प्रधानमंत्री को सूचित किया है।