बॉलीवुड के शोमैन राज कपूर को एक्टिंग विरासत में मिली थी मगर उन्होंने अपनी पहचान खुद मेहनत करके बनाई थी। उन्होंने स्पॉटबॉय तक की नौकरी की थी। राज कपूर 63 साल की उम्र में 2 जून 1988 को इस दुनिया को अलविदा कहकर चल गए थे। दिल का दौरा पड़ने की वजह से उनका निधन हुआ था। राज कपूर ने एक्टिंग के साथ डायरेक्शन में भी हाथ आजमाया था। उन्होंने कई एक्टर और एक्ट्रेस को लॉन्च किया जिसके बाद वह इंडस्ट्री के गॉडफादर बन गए थे।
राज कपूर ने 1947 में नीलकमल फिल्म से मधुबाला के साथ डेब्यू किया था। जिसके बाद वह आग, आवारा, श्री 420 जैसी सुपरहिट फिल्मों में नजर आए। उन्होंने नरगिस के साथ लगातार 8 फिल्में सुपरहिट दी थीं। एक्टिंग के बाद उन्होंने डायरेक्शन में अपना कदम रखा।
मेरा नाम जोकर, संगम जैसी कई फिल्मों का राज कपूर ने डायरेक्शन किया। डायरेक्शन के साथ वह प्रोड्यूसर भी बन गए थे और डिंपल कपाड़िया, मंदाकिनी निम्मी जैसी एक्ट्रेस को लॉन्च किया। डिंपल कपाड़िया और ऋषि कपूर को फिल्म बॉबी से लॉन्च किया गया था। यह फिल्म सुपरहिट रही थी।
आपको बता दें महज 17 साल की उम्र में राज कपूर ने स्पॉटबॉय के तौर पर काम किया था। जहां उन्होंने बहुत कुछ सीखा और बाद में एक्टिंग की दुनिया में कदम रखा।
मृत्यु के वक्त राजकपूर सिर्फ 63 साल के थे। जब वे दादा साहेब फालके अवॉर्ड ग्रहण करने दिल्ली गए थे। 2 मई 1988 को सिरी फोर्ट ऑडिटोरियम में तत्कालीन राष्ट्रपति महामहिम एस.वेंकटरमन ने जब देखा कि राजकपूर को स्टेज तक आने में तकलीफ हो रही है, तो वे खुद ही उनकी सीट तक गए और उन्हें अवार्ड प्रदान किया था। उसी दिन राज कपूर इस दुनिया को छोड़कर चले गए थे।