नई दिल्ली: अगर आप इतिहास को भूल जाते हैं तो फिर उन्हीं गलतियों को भविष्य में दोहराने का जोखिम भी मोल लेते हैं। मामला तब और गंभीर हो जाता है जब इतिहास देश की आजादी से जुड़ा हुआ हो और उसके कुछ तथ्यों से देश के अधिकांश लोग अनजान हों। तब एक अहम जिम्मेदारी सामने आती है कि इन तथ्यों को नई पीढ़ी से कैसे अवगत कराया जाए। इस जिम्मेदारी को निभाते हुए राज्यसभा टीवी ने लोगों के बीच इंटरटेनमेंट के माध्यम से आजादी के कुछ अनछुए पहलुओं को सामने लाने का काम किया है। इतना ही नहीं संसद भवन में पहली बार किसी फिल्म का ट्रेलर लॉन्च कर इसे एक ऐतिहासिक क्षण में तब्दील भी किया। आज संसद भवन में 'राग देश' फिल्म का ट्रेलर लॉन्च किया गया। इस मौके पर रागदेश फिल्म के निर्माता गुरदीप सिंह सप्पल और फिल्म के निर्देशक तिग्मांशु धूलिया ने इसे आजाद हिंद फौज से जुड़ा एक ऐसा केस बताया जिसने अंग्रेजों को यह अहसास करा दिया कि अब यहां शासन करना उनके हक में नहीं है।
'राग देश' इंगेजिंग और इनफॉर्मेटिव फिल्म: तिग्मांशु धूलिया
फिल्म के निर्देशक तिग्मांशु धूलिया ने कहा कि यह उनकी ऐसी फिल्म है जो कि बॉलीवुड के अनुशासन से बाहर है। तिग्मांशु ने बताया कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि यह फिल्म मैं बनाऊंगा। उन्होंने इस फिल्म को इंगेजिंग और इनफॉर्मेटिव बताते हुए कहा कि इस फिल्म में इतिहास को सच्चे ढंग से रखा गया है। उन्होंने बताया कि 'राग देश' एक ऐसी फिल्म है जिसमें इतिहास के बारे में जानकारी भी मिलेगी और मनोरंजन भी करेगी। कलाकारों के चयन के बारे में उन्होंने विस्तार से जानकारी दी।
आजाद हिंद फौज के एपिसोड के बाद अंग्रेजों को देश छोड़ना पड़ा: गुरदीप सप्पल
वहीं इस फिल्म के निर्माता और राज्यसभा टीवी के CEO गुरदीप सिंह सप्पल ने इस फिल्म के निर्माण से जुड़े पहलुओं के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि कंटेंट एडवायजरी कमेटी ने यह फैसला किया कि कला, साहित्य, संस्कृति और इतिहास के प्रति व्यवसायिक फिल्मकारों की उदासीनता रहती है। ऐसे में कमेटी ने इस चैप्टर को सामने लाने का फैसला लिया। सप्पल ने बताया कि आजाद हिंद फौज के तीन सैनिकों का ट्रायल लाल किले में कराने के एपिसोड के बाद अंग्रेजों को देश छोड़ना पड़ा।
मोस्ट पावरफुल स्क्रिप्ट पर काम करने का मौका मिला: कुणाल कपूर
फिल्म के कलाकार कुणाल कपूर ने कहा कि 'रंग दे बसंती' के बाद मोस्ट पावरफुल स्क्रिप्ट पर काम करने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि तिग्मांशु धूलिया के काम करने का अंदाज कुछ जुदा है और उन्होंने काफी कुछ सीखा। वहीं मोहित मारवाह ने कहा कि इस फिल्म से काफी कुछ सीखने को मिला। इतिहास की एक रोचक और अच्छी जानकारी सामने आई।
यह फिल्म 28 जुलाई को देश के सिनेमाघरों में रिलीज होनेवाली है।