मंदसौर: बॉलीवुड की दिवंगत अदाकारा श्रीदेवी की मौत का सदमा जितने उनके परिवार को था उतने ही शौक में उनके फैंस भी थे। आज भी इस बात पर यकीन कर पाना बहुत मुश्किल है कि श्रीदेवी अब हमारे बीच नहीं रही हैं, लेकिन अपनी यादगार फिल्मों और किरदारों के कारण वह हमेशा ही हमारे दिलों में जिंदा रहेंगी। वैसे तो श्रीदेवी के फैंस उनके जाने के बाद भी कुछ न कुछ ऐसा करते रहते हैं, जिसे देख किसी की भी आंखे नम हो जाएंगी। लेकिन हाल ही में एक ऐसी कार चर्चा में आई है जिसे देखते ही आप बॉलीवुड अभिनेत्री श्रीदेवी की यादों में खोने को मजबूर हो जाएंगे। इस होंडा सिटी कार पर लगीं श्रीदेवी की तरह-तरह की तस्वीरें उन्हें जीवंत कर देतीं है। श्रीदेवी की दीवानगी तीन युवतियों पर कुछ इस तरह से छाई हुई है कि उन्होंने एक कार को ही श्रीदेवीमय कर दिया। श्रीदेवी की दीवानी तीन युवतियों में से एक का नाता मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले से है। नाम है टोनू सोजतिया। वे फोटोग्राफी के फन में माहिर हैं और पुणे में फिल्म जगत के शोध कार्य में लगी हुई हैं।
वे कहती हैं, "मैंने श्रीदेवी की अनेक फिल्में देखी हैं, हर फिल्म में उनका किरदार प्रभावित करने वाला रहा, मगर उनकी असमय मौत ने मुझे अंदर तक हिला दिया। लिहाजा, उन्होंने अपनी दो सहेलियों- भावना वर्मा और परिधि भाटी के साथ एक समूह बनाया और उसे नाम दिया 'भाटोपा'। उसके बाद पुणे से गोवा कार रैली में हिस्सा लिया।" टोनू ने बताया, "इस कार पर श्रीदेवी की वही तस्वीरें और डायलॉग चस्पा किए, जिन्होंने उन्हें सबसे ज्यादा प्रभावित किया। इनमें अलग-अलग भूमिकाओं वाली कुल 25 तस्वीरों को लगाया गया है। उसमें 'मॉम' फिल्म का डायलॉग- 'इस देश में रेप तो कर सकते हैं, मगर रेपिस्ट को थप्पड़ नहीं मार सकते' भी चस्पा है। बता दें कि टोनू अपनी इस कार को लेकर श्रीदेवी के पति बोनी कपूर से भी मिलने पहुंची थीं। बोनी ने जैसे ही इस कार को देखा वह बेहद भावुक हो गए और अपने आंसू कंट्रोल नहीं कर पाए। इसके बाद टोनू ने बोनी कपूर के साथ काफी वक्त बिताया और श्रीदेवी को लेकर काफी बातें कीं।
टोनू का कहना है कि वे अभी श्रीदेवी की फोटोग्राफी और फिल्मों पर काम कर रही हैं। इस दौरान उनके मन पर श्रीदेवी ने गहरी छाप छोड़ी है। उन्होंने कहा, "हर फिल्म में उनका किरदार अलग और प्रभावित करने वाला है। उनका फिल्मी करियर काफी लंबा रहा है, लगता ही नहीं है कि, आज वे हमारे बीच नहीं है।" टोनू बताती हैं, "जब भी कोई व्यक्ति कार पर लगी तस्वीरों को देखता है तो वह देखता ही रह जाता है। कुछ देर बाद जरूर उसकी प्रतिक्रिया आती है कि 'श्रीदेवी तो अब हमारे बीच नहीं रहीं'।" टोनू के पिता सुभाष सोजतिया, जो मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री रहे हैं, कहते हैं, "मेरी बेटी महिला सशक्तिकरण के लिए काम करना चाहती है, वह महिलाओं को जागृत करने की दिशा में भी काम कर रही है। श्रीदेवी की तस्वीर वाली कार भी उसने महिलाओं की ताकत दिखाने और दुष्कर्म के खिलाफ आवाज उठाने के लिए तैयार की है। इसमें उसे परिवार और समाज के सभी लोगों का समर्थन मिल रहा है।"