प्रियंका चोपड़ा पिछले दिनों ग्रैमी 2020 में पहनी अपनी एक ड्रेस की वजह से सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल हुई थीं। दरअसल प्रियंका ने ग्रैमी के रेड कार्पेट पर डीप नेकलाइन ड्रेस पहनी थी जो अपने डिजाइन और कथित तौर पर शरीर का काफी हिस्सा दिखने की वजह से ट्रोलिंग की वजह बन गई थी। अब प्रियंका ने खुलासा किया है कि कैसे डिजाइनरों उनकी उस डीप ड्रेस को खिसकने से बचाया और किस खास तकनीक की वजह से वो वॉर्डरोब मॉलफंक्शन जैसे हादसे से बच पाईं।
प्रियंका चोपड़ा ने यूएस वीकली को बताया कि उनके डिजाइनरो तमारा राल्फ और मिशेल रुसो ने इस बात का खास ध्यान रखा कि इतनी बड़ी म्यूजिकल नाइट पर कोई असहज करने वाला वाकया ना हो जाए। उन्होंने कहा कि लोगों को लगा होगा कि इतनी डीप ड्रेस को मैनेज करना बहुत मुश्किल हो रहा होगा, मगर मेरे डिजाइनरों ने मेरी त्वचा के रंग जैसा एक झीना और महीन कपड़ा जिसे ट्यूल कहते हैं, बनाया, जिसने ड्रेस को खिसकने और फिसलने से बचाया। यही ट्यूल मैनें उस आउटफिट के साथ पहना था। हालांकि लोगों को तस्वीरों में वो ट्यूल नजर नहीं आ रहा होगा क्योंकि वो स्किन टोन में था। यही एकमात्र तरीका था जिससे डीप नैक जैसी ड्रेस को खिसकने से बचाया जा सकता है।
प्रियंका ने आगे बताया लगभग सभी बड़े डिजाइनर इस तरह की ड्रेस बनाने से पहले ऐसे हादसों को ध्यान में रखते हैं और उनके विकल्प तैयार रखते हैं। राल्फ एंड रुसो जब भी मेरे लिए आउटफिट बनाते हैं तो इस बात का ध्यान रखते हैं कि वह हमेशा मेरी बॉडी पर फिट हो।
प्रियंका ने स्पष्ट किया कि वो उन लोगों में से नहीं जो इस तरह के आउटफिट पहनने के बाद नर्वस हो जाएं। मैं ऐसे मामले में सतर्कता बरतती हूं औऱ सुरक्षित रहती हूं। जब तक मैं अपनी ड्रेस को लेकर बिलकुल सुरक्षित महसूस न करूं,तब तक मैं कहीं नहीं जाती। जहां तक ड्रेस के साथ वॉर्डरोब मॉलफंक्शन की बात है तो ये किसी को भी पसंद नहीं है औऱ कोई भी जानबूझकर ऐसा नहीं करता।
आपको बता दें प्रियंका को ग्रैमी 2020 के लिए भारत के ही एक डिजाइनर ने ट्रोल करने की कोशिश की थी। हालांकि पहले ट्जिरोल हो रही प्रियंका डिजाइनर के बयान के बाद लोगों का सपोर्ट पाने में कामयाब हो गईं थी। वही लोग जो पहले प्रियंका को ट्रोल कर रहे थे, बाद में उस डिजाइनर के बयान पर उसे ट्रोल करने लगे।