नई दिल्ली: बॉलीवुड अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा के लिए यह साल काफी शानदार बीता है। उन्होंने बॉलीवुड में तो दर्शकों को अपना दीवाना ही है साथ ही इस साल उन्होंने अपने बेहतरीन अभिनय का जादू पूरी दुनिया पर चलाया है। प्रियंका ने एक बार कहा था कि वह पूरी दुनिया को समेट लेना चाहती हैं और ऐसा लगता है जैसे वह साल 2016 में अपने सपनों के और करीब आ गई हैं। इस साल वह पीपुल्स च्वाइस अवार्ड जीतने वाली पहली दक्षिण एशियाई अभिनेत्री बनीं।
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ऑस्कर और एमी अवार्डस के मंच पर वह कलाकारों को पुरस्कृत करते नजर आईं। अभिनेत्री व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ डिनर करती नजर आईं और भरात के चौथे नागरिक सम्मान पद्मश्री से भी नवाजी गई। इस साल की शुरुआत में एक साक्षात्कार में प्रियंका ने कहा था, "मुझे लगता है कि मैं तकदीर की पसंदीदा बच्ची हूं।" प्रियंका महज 17 साल की उम्र में मिस इंडिया वर्ल्ड और 18 की उम्र में मिस वर्ल्ड (2000) चुनी गईं।
जमशेदपुर में जन्मी और बरेली में पली बढ़ी प्रियंका ने 2003 में फिल्म 'द हीरो: लव स्टोरी ऑफ अ स्पाई' से बॉलीवुड में कदम रखा था। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और वह अपना जलवा बिखेरती गईं।
इस साल की शुरुआत में उन्हें अमेरिकी टीवी सीरीज 'क्वांटिको' में एफबीआई एजेंट एलेक्स पेरिस की भूमिका निभाने के लिए पीपुल्स च्वाइस अवार्ड्स मिला। यह अवार्ड पाने वाली वह पहली दत्रिण एशियाई अभिनेत्री हैं। अभिनेत्री इस शो के दूसरे सीजन का भी हिस्सा हैं। उन्होंने हॉलीवुड में भी कदम रख दिया है। फिल्म 'बेवॉच' में वह ड्वेन ब्रावो और जैक एफ्रॉन के साथ नजर आएंगी।
अभिनेत्री 88वें ऑस्कर अवार्डस और एमी अवार्ड्स में बतौर प्रस्तुतकर्ता मंच पर दिखाई दीं। रेड कार्पेट पर खूबसूरत परिधान पहन कर चलने वाली प्रियंका बेस्ट ड्रेस्ड हस्तियों में शुमार की गईं। अमेरिका में अपनी बढ़ती लोकप्रियता के कारण वह जिम्मी फैलन, एलेन डिजेनर्स और सेथ मेयर्य के टॉक शोज में भी शामिल हुई। टाइम मैगजीन ने उन्हें ऑस्कर विजेता अभिनेता लियोनाडरे डि कैप्रियो और फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग सहित 100 प्रभावशाली लोगों में शामिल किया।
समाज सेवा से जुड़े होने के कारण वह यूनीसेफ की वैश्विक सद्भावना दूत नियुक्त की गई। एनुअल व्हाइट हाउस कॉरेस्पॉन्डेंट्स डिनर के लिए भी वह आमंत्रित की गई।
इतनी सारी उपलब्धियों को पाने के बाद भी प्रियंका अपनी जड़ों और जमीन से जुड़ी हुई हैं। प्रियंका के मुताबिक, "चाहे अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर काम करना हो या फिल्मों में काम करना हो, मिस इंडिया बनना हो या मिस वर्ल्ड बनना हो भारत ने हमेशा मुझे देश को अंतराष्ट्रीय मंच पर प्रतिनिधित्व करने का अवसर प्रदान किया है।"
प्रियंका कहती हैं कि लोगों से मिलने जुलने से उनकी उन्नति हुई है, विकास हुआ है। समझ बढ़ी है। उन्होंने कहा कि विकास कहीं भी हो सकता है। हाल ही में अभिनेत्री असम पर्यटन की ब्रांड एंबेसडर नियुक्त की गई हैं।
संजय लीला भंसाली की फिल्म 'बाजीराव मस्तानी' के लिए वह बतौर सर्वश्रेष्ठ फिल्मफेयर पुरस्कार से नवाजी गई। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उन्हें पद्मश्री पुरस्कार प्रदान किया ।
प्रियंका ने होम प्रोडक्शन बैनर पर्पल पेबल पिक्चर्स के तले पंजाबी, मराठी और भोजपुरी फिल्मों का भी निर्माण किया है। उनके जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली उनकी मां मधु चोपड़ा को इस बात पर गर्व है कि उनकी बेटी ने अपने बलबूते यह मुकाम हासिल किया है। मधु चाहती हैं कि अधिकतर काम में व्यस्त रहने वाली प्रियंका अपने लिए समय निकाले और अपनी निजी जिंदगी को भी भरपूर जिए, लेकिन फिल्मी सितारों की दुनिया ऐसी ही होती है।