प्रीति ज़िंटा ने अपने सोशल मीडिया पर फिल्म 'नो मीन्स नो' का पोस्टर शेयर किया है। 5 नवंबर को पूरी दुनिया में रिलीज़ होने वाली यह फिल्म महिला सशक्तिकरण की कहानी पर आधारित पहली इंडो पोलिश स्कीइंग स्पोर्ट्स थ्रिलर है। उनके इस फिल्म को सपोर्ट करने से नवंबर में रिलीज़ होने वाली इस फिल्म के प्रति लोगों का कौतुहल इस फिल्म के प्रति कई गुना बढ़ गया है और रोचक प्रतिक्रियाएँ आ रही हैं।
प्रीति ज़िंटा ने पोस्टर को शेयर करते हुए लिखा 'मेरे पारिवारिक मित्र और निर्देशक विकाश वर्मा द्वारा निर्देशित फिल्म नो मीन्स नो का भव्य पोस्टर जारी किया गया, जिसमें मेरे फेवरेट ध्रुव वर्मा ने अभिनय किया है। फिल्म की कहानी मेरे दिल और आत्मा के बहुत करीब है जो महिला सशक्तिकरण पर आधारित है। 5 नवंबर 2021 को पूरी दुनिया में रिलीज़ हो रही है।'
प्रीति ने युवा सनसनी माने जा रहे फिल्म के हीरो ध्रुव वर्मा को एक्टिंग की भी बारीकियाँ भी सिखाईं। प्रीति ज़िंटा दुनिया की सबसे महंगी क्रिकेट टीमों में से एक पंजाब किंग्स की सह-मालकिन भी हैं, इसलिए स्पोर्ट्स के बारे में उनको बखूबी पता है। कुछ समय पहले भी प्रीति ने अपने फेसबुक एकाउंट से इस फिल्म को प्रमोट करते हुए फिल्म की दिलचस्प बातें बतायी थीं।
चूँकि यह फिल्म एक इंडो-पोलिश जॉइन्ट वेंचर है, तो इसमें भारत और पोलैंड के कई सारे जाने माने सितारे नज़र आयेंगे। फिल्म की कहानी खूबसूरत मोड़ लेते हुए स्कीइंग चैंपियन का रोल कर रहे ध्रुव वर्मा को पोलैंड ले जाती हैं जहाँ उसे एक पोलिश लड़की से प्यार हो जाता है। दिवाली पर रिलीज़ होने वाली इस फिल्म में ध्रुव वर्मा के अलावा मुख्य भारतीय कलाकार गुलशन ग्रोवर, शरद कपूर, नीतू चंद्रा और दीपराज राणा हैं जबकि पोलैंड से ऐक्टिंग का जलवा दिखाने वाले प्रतिभाशाली कलाकारों में हैं ध्रुव वर्मा की हीरोइन बेहद खूबसूरत नतालिया बाक, अनुभवी एक्ट्रैस अन्ना गुज़िक, पावेल चेक और कैट क्रिस्टियन।
एक और खास बात ये है कि विकाश वर्मा की अगली इंडो-पोलिश फिल्म 'द गुड महाराजा' में प्रीति ज़िंटा एक दमदार भूमिका में नज़र आयेंगी, साथ ही इस फिल्म में संजय दत्त महाराजा जाम साहिब के रूप में नज़र आयेंगे। यह फिल्म भारत के गौरवशाली इतिहास में से सुनहरे अक्षरों पर लिखी गयी नवानगर के महाराजा जाम साहिब के नाम से मशहूर राजा दिग्विजय सिंह रंजीत सिंह जडेजा की एक बहुत महत्वपूर्ण उपलब्धि के बारे में है, जिसमें वो द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान 1000 पोलिश बच्चों की जान बचाते हैं। अगले साल के अंत में रिलीज़ होने वाली इस फिल्म में प्रतिभाशाली इंडो-पोलिश कलाकारों के साथ उनकी जुगलबन्दी का दर्शक आतुरता से इंतज़ार कर रहे हैं।