बॉलीवुड एक ऐसा जगत है जिसने कई दिग्गज कलाकारों से लोगों को रूबरू करवाया। यहां एक से बढ़कर एक कलाकार ने अपनी कला से पहचान बनाई। 60 से लेकर 90 दशक तक के कई कलाकार ऐसे है जिनका काम आज भी लोगों के दिलों में जिंदा है। इनमें हीरो, हीरोइन से लेकर विलेन तक की भूमिका निभाने वाले शामिल हैं। इन्ही में से एक हैं दिग्गज अभिनेता प्राण। हिंदी सिनेमा जगत में अभिनेता प्राण ने विलेन के रूप में खूब लोकप्रियता हासिल की।अपने दमदार अभिनय के लिए आज भी याद किए जाते है। विलेन के तौर पर प्राण फिल्मकारों की पहली पसंद थे। आज अभिनेता की पुण्यतिथि है। इस मौके पर आपको उनसे जुड़ी कुछ खास बातें बताते हैं।
प्राण का जन्म 12 फरवरी 1920 को दिल्ली में हुआ था। उनके पिता केवल कृष्ण सिकंद सिविल इंजीनियर थे। प्राण के तीन भाई और तीन बहनें थीं।अभिनेता का असली नाम किशन सिकंद है। प्राण 18 अप्रैल 1945 को शुक्ला आहलुवालिया से शादी की थी। उनके तीन बच्चे हैं।1998 में प्राण को दिल का दौरा पड़ा था। उस समय वह 78 साल के थे। साल 2013 में 93 साल की उम्र में प्राण ने अंतिम सांस ली थी।
अभिनेता पाकिस्तान से अपनी पत्नी और बेटे संग भारत आए थे। प्राण असल में एक फोटोग्राफर बनना चाहते थे। लेकिन उन्होंने एक्टिंग में अपना करियर बनाया। प्राण पहले लाहौर में एक्टिंग किया करते थे जिसके बाद वह मुंबई आ गए।अभिनेता ने लाहौर में 1942 से 1946 तक फिल्मों में काम किया। इसके बाद वो भारत आ गए और फिर यहां उन्हें फिल्मों में बतौर विलेन पहचान मिली।
प्राण ने 1942 में बनी फिल्म खानदान से बॉलीवुड में कदम रखा था। जिसके बाद उनका फिल्मी करियर शुरू हो गया। उन्होंने 22 फिल्मों में बतौर विलेन की भूमिका निभाई थी। फिल्मों में नेगेटिव रोल्स करने के बाद प्राण को विलेन के रुप में जाने जाना लगा। प्राण ने विलेन की भूमिका निभाकर खूब वाहवाही बंटोरी। विलेन का किरदार निभाने के लिए प्रोड्यूर्स प्राण को हीरो से भी ज्यादा फीस देते थे।
फिल्म 'जंजीर' में एक्टर अमिताभ बच्चन के साथ प्राण ने काम किया था। फिल्म में प्राण के किरदार 'शेरखान' ने लोगों का दिल जीत लिया था। जंजीर के बाद प्राण ने अमिताभ बच्चन के साथ दोस्ताना, नसीब, कालिया, शराबी और अमर अकबर एंथनी जैसी बड़ी फिल्मों में काम किया।
प्राण की बेहतरीन फिल्मों के लिए उन्हें सहायक अभिनेता के पुरस्कार से तीन बार नवाज़ा गया। वहीं साल 1997 में प्राण साहब को फिल्मफेयर लाइफ टाइम अचीवमेंट खिताब से भी सम्मानित किया गया। साल 2001 में अभिनेता को भारत सरकार के पद्म भूषण और दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से भी नवाजा गया। फिल्मी करियर में प्राण ने लगभग 350 से भी ज्यादा फिल्में की और खूब नाम और शोहरत कमाई। सभी फिल्मों में प्राण विलेन के रोल में नजर आए।
दिलीप कुमार के साथ 'आजाद', 'मधुमती', 'देवदास', 'दिल दिया दर्द लिया', 'राम और श्याम' और 'आदमी' नामक जैसे फिल्मों में काम किया। तो वहीं देव आनंद के साथ मुनीमजी' 'अमरदीप' जैसी फिल्में पसंद की गई।
बता दें कि प्राण अपने किरदार को इतनी खूबी से निभाते थे कि लोग उन्हें असल जिंदगी में भी बुरा समझते थे।