तेलुगू फिल्म 'ईश्वर' (2002) से अभिनय की दुनिया में पदार्पण करने वाले 37 वर्षीय अभिनेता का कहना है कि अभिनय उनके बचपन का सपना नहीं था।
उन्होंने कहा कि अपने संकोची स्वभाव के कारण उन्होंने कभी अभिनय करियर के बारे में नहीं सोचा था। 18-19 साल की उम्र में उनके मन में अभिनेता बनने का ख्याल आया और उन्होंने यह बात अपने पिता (निर्माता उप्पालापति सूर्या नारायण राजू) तथा चाचा को बताया, जिसे सुनकर वे बेहद खुश हुए।
आगे पढ़िए, 'बाहुबली 2' की पर क्या बोले प्रभास?