नई दिल्ली: राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्मकार विनोद कापड़ी की फिल्म 'पीहू' दो साल के बच्चे पर केंद्रित है, जिसे उसके अभिभावक छोड़ कर चले गए हैं। कापड़ी का मानना है कि सभी फिल्म में दर्शकों के लिए एक संदेश होना चाहिए। 'पीहू' की राजनीतिज्ञों के लिए यहां शुक्रवार को स्क्रीनिंग की गई।
कापड़ी ने कहा, "मेरे हिसाब से सभी फिल्म में एक स्टोरी होती है और इसमें एक संदेश होना चाहिए। पीहू हर घर की कहानी है, इसीलिए यह सभी के लिए महत्वपूर्ण है। इस फिल्म को दर्शकों तक लाना काफी चुनौतीपूर्ण था और इसके लिए मैं (निर्माता) सिद्धार्थ राय कपूर और रोनी स्क्रूवाला का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने इसका समर्थन किया। जो भी व्यक्ति अपने परिवार से प्यार करते हैं, उन्हें यह फिल्म जरूर देखनी चाहिए।"
यह फिल्म एक दो वर्षीय लड़की की कहानी है, जो एक अपार्टमेंट में अकेली फंस गई है। फिल्म की विशेष स्क्रीनिंग देखने वालों में केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री हर्षवर्धन, कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला, भाजपा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी, राज्यसभा सांसद अमर सिंह के साथ ही कई अन्य गणमान्य लोग शामिल रहे। मायरा विश्वकर्मा अभिनीत 'पीहू' 16 नवंबर को रिलीज होगी।
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