नई दिल्ली: एक्टर कवि कुमार आजाद यानी तारक मेहता का उल्टा चश्मा के डॉक्टर हंसराज हाथी इस दुनिया में नहीं रहे। उनके जाने से पूरा टीवी जगत सदमे में है। खासकर उनके शो के लोग। आज डॉक्टर हाथी का अंतिम संस्कार हुआ, इस मौके पर शो से जुड़े सभी लोग पहुंचे। लोग काफी दुखी नजर आए।
बता दें, कवि कुमार आजाद जब घर से निकले थे उस वक्त उनकी आर्थिक हालत अच्छी नहीं थी। पिता जी को व्यापार में नुकसान हुआ था, और वो नही चाहते थे कि उनका बेटा एक्टिंग में हाथ आजमाए। लेकिन वो नहीं माने और कई रातें मुंबई की सड़कों पर बितानी पड़ी।
कवि आजाद ने दिल्ली में अभिनय की ट्रेनिंग ली और उसके बाद मुंबई गए थे, लेकिन उन्हें खूब संघर्ष करना पड़ा। कवि कुमार आजाद मूल रूप से सासाराम बिहार के रहने वाले थे। महिला कॉमेडियन टुनटुन एक बार बिहार आई थी वहां वो स्टेज पर कुछ परफॉर्म कर रहे थे, उन्होंने उस वक्त भविष्यवाणी कर दी कि वह जाने माने एक्टर बनेंगे और ये बात सच साबित हुई। एक्टिंग के अलावा उन्हें कविताएं लिखने का भी शौक था। सेट पर जब भी खाली वक्त मिलता वो कविताएं लिखते थे।
एक्टिंग का शौक तो उन्हें बचपन से था लेकिन अचानक से जब वो युवा होने लगे उनका वजन बेढब तरीके से बढ़ने लगा, हालांकि उन्होंने फिर भी अपने शौक को मरने नहीं दिया और एक्टिंग में हाथ आजमाया, उन्हें सक्सेस भी मिली और तारक मेहता का उल्टा चश्मा में डॉक्टर हंसराज हाथी के किरदार से वो अमर हो गए।
10 जुलाई मंगलावर को कवि कुमार आजाद उर्फ डॉक्टर हंसराज हाथी का अंतिम संस्कार मीरा रोड श्मशान भूमि में किया गया। इस मौके पर तारक मेहता का उल्टा चश्मा की टीम के कई कलाकार मौजूद थे। गोकुल धाम सोसाइटी के साथ वो बहुत ही मिलनसारिता के साथ पेश आते थे। बच्चों में वो खास लोकप्रिय थे।