नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ के पूर्व राजपरिवार के एक सदस्य ने कहा है कि संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावती' में जिस तरह से राजपूतों की रानी को 'घूमर' नृत्य करते हुए दिखाया गया है उसकी वह निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि निर्देशक को यह फिल्म राजपूत संगठनों को दिखानी चाहिए क्योंकि इतिहास से संबंधित है। छत्तीसगढ़ के पूर्व राजपरिवार के दिलीप सिंह जूदेव की बहू हीना सिंह जूदेव ने कहा, "हमरी यही मांग है कि फिल्म निर्माता हमें यह दिखाए कि इस फिल्म में क्या है क्योंकि यह हमारे इतिहास से संबंधित है।"
हीना ने फिल्म में दीपिका पादुकोण के 'घूमर' गाने की ओर इशारा करते हुए कहा, "इतिहास में कोई भी राजपूत महारानी लोगों के सामने नहीं नाची। वे इतिहास के साथ नहीं खेल सकते।" उन्होंने कहा कि फिल्म निर्माताओं को रानी पद्मावती का सम्मान करना चाहिए जिन्होंने 16,000 महिलाओं के साथ जौहर (आत्मबलिदान) किया था और राजपूताना एवं हिंदुत्व के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे। लेकिन, वे इसे किसी और तरीके से दिखा रहे हैं।
हीना ने कहा, "हम बस यह कह रहे हैं कि हमें यह जानना चाहिए वह फिल्म में क्या दिखा रहे हैं।" सर्वोच्च न्यायालय ने फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने के लिए दायर एक याचिका को खारिज कर दिया है।
इस पर हीना ने कहा, "सभी राजपूत संगठनों को इसके खिलाफ (फिल्म) खड़ा होना चाहिए। वे हमेशा राजपूतों की प्रेम कहानियां दिखाते हैं, कभी यह नहीं दिखाते कि उन्होंने कितने बलिदान दिए है। संजय लीला भंसाली हमेशा यही करते हैं। हमने सेंसर बोर्ड और हर किसी को पत्र लिखा है।"
दीपिका पादुकोण ने एक साक्षात्कार में कहा था कि उन्हें विश्वास है कि 'पद्मावती' रिलीज होगी और इस फिल्म का विरोध भयावह है। इस पर हीना ने कहा, "वह राजपूत नहीं हैं, इसलिए ऐसा कह रही हैं। वह सिर्फ अपने करियर पर ध्यान दे रही हैं।"