मुंबई: मशहूर अभिनेत्री शबाना आजमी ने आज कहा कि फिल्मकार संजय लीला भंसाली और उनकी फिल्म ‘पद्मावती’ की स्टार दीपिका पादुकोण के खिलाफ धमकी के विरोध में फिल्म जगत को अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह (IFFI) का बहिष्कार करना चाहिए। स्थिति को ‘सांस्कृतिक विनाश’ की संज्ञा देते हुए शबाना आजमी ने इस मुद्दे पर चुप्पी को लेकर केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी की आलोचना की।
उन्होंने ट्वीट किया कि स्मृति ईरानी आईएफएफआई की तैयारी कर रही हैं और भारतीय फिल्म उद्योग के कारण ही यह महोत्सव इस मुकाम तक पहुंचा है लेकिन पद्मावती पर वह चुप हैं। उन्होंने कहा, ‘‘यह कुछ ऐसा ही है जब 1989 में सफदर हाशमी की हत्या के बाद कांग्रेस और एचकेएल भगत दिल्ली में आईएफएफआई कार्यक्रम का आयोजन कर रहे थे। सांस्कृतिक विनाश।’’
इससे पहले शबाना आजमी ने सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) से ट्वीट कर सवाल किए कि, ''क्या सही में फिल्म पद्मावती को अधूरी नियम पालन के कारण लौटाया गया है? या फिर जो आग फैली है उसको कायम रखने के लिए और फायदे के लिए ऐसा किया गया है?''
शबाना ने एक और ट्विट किया जिसमें उन्होंने सीधे मौजूदा सरकार पर निशाना साधा। शबाना ने ट्विट कर लिखा, ''सबकी दुकान चल रही है उस सरकार के आश्रय में जो अभी पॉवर में है। फिल्म इंडस्ट्री को पद्मावती को लेकर एक जुट होना चाहिए।''
अभिनेत्री ने इस मुद्दे पर कई ट्वीट किए है और फिल्म जगत से जुड़े लोगों से फिल्म के समर्थन में आगे आने का आह्वान किया। आईएफएफआई के 48 वें संस्करण का आयोजन 20-28 नवंबर के बीच गोवा में किया जाएगा।