जयपुर: फिल्मकार संजय लीला भंसाली की विवादित फिल्म 'पद्मावत' सिनेमाघरों में रिलीज होने के लिए बिल्कुल तैयार है। हालांकि फिल्म में कई बदलाव किए जाने के बाद भी फिल्म को लेकर चल रहा विरोध प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है। वहीं दूसरी ओर इसकी रिलीज डेट करीब आने से श्री राजपूत करणी सेना का गुस्सा और भी ज्यादा बढ़ता जा रहा है। अब करणी सेना ने एक बार फिर अपनी ताकत दिखाते हुए मंगलवार को राजस्थान के धौलपुर में भंसाली की 'पद्मावत' को पूरे देश में प्रतिबंध लगाने के लिए विरोध-प्रदर्शन किया। सेना के कार्यकर्ताओं ने धमकी दी है कि अगर फिल्म का प्रदर्शन रोका नहीं गया तो वे सामूहिक आत्मदाह करेंगे। फिल्म 25 जनवरी को रिलीज होने वाली है। रैली की अगुवाई राजपूत करणी सेना के लोकेंद्र सिक कल्वी ने की। रैली में हजारों की संख्या में महिलाओं को भी देखा गया।
करणी सेना के एक वरिष्ठ सदस्य ने बताया, "धौलपुर को रैली के लिए इसलिए चुना गया, क्योंकि हम चाहते हैं कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार भी इस फिल्म पर प्रतिबंध लगाए। हरियाणा सरकार ने मंगलवार को ही फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है।" उन्होंने कहा, "इससे पहले, हमने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर से इस फिल्म पर प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया था और उन्होंने हमें आश्वस्त किया था कि एक बार इसके कानूनी पहलुओं को देखने के बाद फिल्म को प्रतिबंधित कर दिया जाएगा।"
उन्होंने कहा, "हम चाहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मामले को देखे और पूरे भारत में इस फिल्म पर प्रतिबंध लगाए। हमने 14 जनवरी को गृहमंत्री राजनाथ सिह से मुलाकात की थी और फिल्म की रिलीज के बाद देश के समक्ष उत्पन्न होने वाली चुनौतियों से उन्हें अवगत कराया था।" उन्होंने कहा, "केंद्र सरकार ने इस मामले पर चुप्पी क्यों साध रखी है, यह हमारी समझ से परे है।" करणी सेना के सदस्य के अनुसार, 1700 महिलाओं ने अपना नाम, पता और परिवार से मिले स्वीकृति पत्र को चित्तौरगढ़ के जौहर समिति में पंजीकृत कराया है। उन्होंने कहा, "अगर फिल्म का प्रदर्शन नहीं रोका गया तो, वे सामूहिक आत्मदाह करेंगे। पुरुष तलवार के साथ फिल्म की स्क्रीनिंग रुकवाने के लिए सिनेमा हॉल जाएंगे।" प्रदर्शन के मद्देनजर, चित्तौड़गढ़ जाने वाले सभी राजमार्गो को बाधित कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि अगर 25 जनवरी को फिल्म रिलीज होती है तो गणतंत्र दिवस समारोह एक काले दिन के रूप में बदल जाएगा, क्योंकि पूरे देश में उस दिन युद्ध जैसी स्थिति पैदा हो जाएगी। सदस्य ने कहा, "हमलोग 22 जनवरी से दिल्ली के जंतर-मंतर पर भी बड़े प्रदर्शन की योजना बना रहे हैं, जहां भव्य प्रदर्शन करने के लिए पूरे देश से राजपूत समुदाय के लोग एकत्रित होंगे।" यह पूछे जाने पर कि क्या करणी सेना अजमेर और अलवर उपचुनाव में कांग्रेस का समर्थन करेगी? उन्होंने कहा, "केंद्र सरकार की चुप्पी को देखते हुए और आनंदपाल मुद्दे पर सीबीआई जांच की मांग कर रहे श्री करणी सेना के सदस्यों के साथ हुए अन्याय को देखते हुए, करणी सेना के सदस्य उपचुनाव में भाजपा की हार सुनिश्चित करने के प्रयास करेंगे।"