नई दिल्ली: डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'द प्राइस ऑफ फ्री' का ट्रेलर जारी हो गया है। यह फिल्म नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी के बाल मजदूरी और तस्करी के शिकार बच्चों को छुड़ाने के 'रेड एंड रेस्क्यू ऑपरेशन' पर आधारित है। फिल्म में सत्यार्थी बचपन बचाओ आंदोलन के कार्यकर्ताओं के साथ तस्करी के शिकार गुमशुदा बच्चों को गुप्त छापेमारी अभियान के जरिए मुक्त कराते हैं। अपने जीते जी दुनिया से बाल दासता खत्म करने का संकल्प लेने वाले सत्यार्थी के बाल हिंसा मुक्त दुनिया के निर्माण में यह फिल्म एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
पार्टिसिपेंट मीडिया, कनकोर्डिया स्टूडियो और यू-ट्यूब के साथ साझेदारी में फाउंडेशन '100 मिलियन फॉर 100 मिलियन' अभियान के जरिए दुनियाभर के लोगों क बाल मजदूरी और बाल दासता में फंसे करोड़ों बच्चों की पीड़ा और दर्द से रूबरू करा पाएगा।
इस फिल्म के डेरेक डोनीन फिल्म के निर्देशक हैं। उन्होंने कहा कि न केवल करोड़ों लोगों को बाल हिंसा के खिलाफ जागरूक करेगी, बल्कि इस बुराई को दूर करने के लिए पूरी दुनिया में सामाजिक और राजनैतिक इच्छा शक्ति भी पैदा करेगी।
कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन ने बच्चों के खिलाफ होने वाली सभी प्रकार की हिंसा को रोकने और उनके बचपन को सुरक्षित बनाने के मकसद से दुनियाभर में '100 मिलियन फॉर 100 मिलियन' नामक एक अभियान चला रखा है। इस अभियान से 10 करोड़ युवाओं को जोड़ने की योजना है। ये युवा दासता और गुलामी में जीवन जीने वाले बच्चों की भलाई के लिए काम करेंगे।
फिल्म समाज के वंचित, कमजोर और हाशिए पर खड़े बच्चों के अधिकारों की रक्षा की न केवल वकालत करती है, बल्कि लोगों को बच्चों के अधिकारों की लड़ाई लड़ने के लिए प्रेरित भी करती है।
फिल्म 'द प्राइस ऑफ फ्री' विश्व प्रसिद्ध 'सनडांस फिल्म फेस्टिवल-2018' में चयनित हुई थी। फिल्म को अपार सराहना के साथ-साथ यूएस डाक्यूमेंट्री ग्रांड जूरी पुरस्कार भी मिला है। इस फिल्म का निर्माण पार्टिसिपेंट मीडिया और कनकोर्डिया स्टूडियो ने किया है।
डेविस गुगेनहिम फिल्म के निर्माता और सारा एंटोनी सह निर्माता हैं। 90 मिनट की इस फिल्म को 27 नवंबर को सॉल पैनकेक यू-ट्यूब चैनल पर रिलीज की जाएगी।