अभिनेता नीरज काबी को लगता है कि 'शेरनी' (बाघिन) शब्द एक द्रष्टिकोण को परिभाषित करता है और इसलिए इसे लिंग-विशिष्ट के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।
नीरज ने कहा, "मेरे लिए शेरनी एक रवैया है। यह लैंगिक पक्षपात नहीं है। इसलिए, मैं एक पुरुष को भी शेरनी या एक महिला को शेरनी कहूंगा।"
विद्या बालन-स्टारर 'शेरनी' हाल ही में डिजिटल रूप से सामने आई और काबी कलाकारों में शामिल हैं।
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उन्होंने कहा, "शेरनी साहस का एक द्रष्टिकोण है और बिना गिरे या पीछे देखे, और बिना रुके अकेले चलने की शक्ति है .. चाहे कुछ भी हो जाए। इसलिए, मेरे लिए यह गुण रखने वाला कोई भी पुरुष या महिला एक शेरनी है।"
'शेरनी' में विद्या बालन आदमखोर बाघिन की तलाश में एक ईमानदार वन अधिकारी की भूमिका निभाती हैं। काबी एक वरिष्ठ अधिकारी की भूमिका निभाते हैं, जो अभावग्रस्त व्यवस्था का हिस्सा है।
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अमित मसुरकर द्वारा निर्देशित फिल्म में शरत सक्सेना, मुकुल चड्ढा, विजय राज, इला अरुण और बृजेंद्र कला भी हैं।
--आईएएनएस