नई दिल्ली: बॉलीवुड अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी अब तक के अपने फिल्मी करियर में कई बेहतरीन और शानदार किरदारों से दर्शकों से खूब सराहाना हासिल कर चुके हैं। नवाजुद्दीन नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के छात्र रह चुके हैं, उनका कहना है कि किसी की प्रतिभा को तराशने और आकार देने में शिक्षा की महत्ता को नकारा नहीं जा सकता। नवाजुद्दीन ने कहा, "शिक्षा बहुत जरूरी है, यह जिंदगी को समझने के लिए आवश्यक है और आपके लिए यह बहुत सी चीजों को आसान कर देती है। अगर आप प्रतिभाशाली हैं तो भी अपनी प्रतिभा को आकार देने के लिए आपको शिक्षा की जरूरत है। ऐसे कई बच्चे हैं जो प्रतिभाशाली हैं और उनमें हुनर है, लेकिन शिक्षा ऐसी चीज है जो उन्हें आकार दे सकती है और उन्हें सबसे अलग उभार सकती है।"
अभिनेता इस हफ्ते की शुरुआत में 'पीएंडजी' कंपनी के कार्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) की पहल 'शिक्षा' का समर्थन करने के सिलसिले में राजधानी में थे, जो 'जियो, सीखो और कामयाब हो' के विचार को बढ़ावा देता है और स्कूलों का निर्माण करने व वंचित वर्ग के बच्चों को शिक्षा प्रदान करने में सहायता करता है। नवाजुद्दीन 'कहानी', 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' और 'बजंरगी भाईजान' जैसी फिल्मों में शानदार अभिनय करने के लिए जाने जाते हैं। वह इस अच्छी पहल से जुड़कर खुश हैं, क्योंकि उनका कहना है कि वह हमेशा से इस संबंध में कुछ करना चाहते थे।
नवाजुद्दीन ने हिंदी माध्यम के स्कूल से पढ़ाई की है और उनका कहना है कि शिक्षा की भाषा कोई मायने नहीं रखती है। उन्होंने कहा, "पढ़ाई चाहे हिंदी माध्यम से हुई हो या अंग्रेजी माध्यम से..उससे कहीं बढ़कर बच्चे की पढ़ाई का शुरुआती स्तर मायने रखता है, बच्चों को वे जानकारियां दी जानी चाहिए, जिनकी उन्हें जरूरत है।" उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अपनी मातृभाषा को अच्छी तरह से जानना बेहद जरूरी है। ‘जब हैरी मेट सेजल’ के मिनी ट्रेलर में शाहरुख ने खुद को बताया चीप