सिंगर अनु मलिक को यौन उत्पीड़न केस से राहत मिल गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक अनु मलिक के खिलाफ चल रहे यौन उत्पीड़न के केस को नेशनल कमिशन फॉर वीमेन ने बंद कर दिया है। सबूतों के अभाव में केस को टेंपररी बेसिस पर बंद किया गया है।
मुंबई मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक एनसीडब्ल्यू की चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने कहा- शिकायत का जवाब देते हुए, हमने शिकायतकर्ता को लिखा। शिकायरकर्ता ने कहा- वह अभी ट्रेवल कर रही हैं और जब वापिस आएंगी तो हमसे मिलेंगी। आयोग ने लगभग 45 दिन तक का इंतजार किया। साथ ही कुछ डॉक्यूमेंट मांगे थे लेकिन उन्होंने जवाब नहीं दिया। शिकायतकर्ता ने हमसे कहा था कि और भी महिलाएं हैं जो अनु मलिक के खिलाफ केस दर्ज करना चाहती हैं। आयोग ने उनसे कहा- वह महिलाएं भी शिकायत दर्ज करा सकती हैं लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है। परमानेंट केस को बंद नहीं किया गया है। अगर कोई शिकायत दर्ज की जाती है और सबूत या किसी तरह के डॉक्यूमेंट सबमिट कराए जाते हैं तो केस को दोबारा ओपन किया जाएगा।
रिपोर्ट के मुताबिक नेशनल कमिशन ऑफ वूमेन की अंडर सेकेटरी बरनाली शोम ने 3 जनवरी 2020 को माधुरी मल्होत्रा(हेड, स्टैंर्ड्डस एंड वप्रैक्टिसेज, सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड) को एक लेटर लिखा था। लेटर में उन्होंने सोना महापात्रा के ट्वीट को शामिल किया है। ट्वीट के मुताबिक अन मुलिक के खिलाफ कई महिलाओं के यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने के बावजूद उन्हेंने नेशनल टेलिविजन पर ब्रॉडकास्ट शो का जज बनाया गया था।
लेटर में आगे लिखा था- आयोग को इस मामले में 6 दिसंबर 2019 को आपका जवाब मिल गया है। उपरोक्त के मद्देनजर, मुझे आपको यह बताने के लिए निर्देशित किया गया है कि आयोग ने शिकायतकर्ता से मांगे गए संचार / पर्याप्त सबूतों की कमी के कारण मामला बंद कर दिया है।
आपको बता दें बीते साल सोना महापात्रा और कई महिलाओं के उनके खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने के बाद उन्हें इंडियन आइडल के जज से हटा दिया गया था।