नई दिल्ली: आज दिल्ली में नेशनल फिल्म अवॉर्ड दिया गया। दिल्ली में विज्ञान भवन में यह कार्यक्रम हुआ। लेकिन बहुत सारे सेलिब्रिटी जो इस अवॉर्ड शो में जीते हैं, उन्होंने अवॉर्ड लेने से इनकार कर दिया। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि राष्ट्रपति कोविंद की तरफ से सिर्फ 11 विजेताओं को पुरस्कार मिलने की बात हुई थी। जिसके बाद विजेता नाराज हो गए और और 68 विनर्स ने अवॉर्ड लेने से इनकार कर दिया।
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेताओं में से एक गायिका शाशा तिरुपति ने यहां गुरुवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों प्रतिष्ठित पुरस्कार नहीं मिलने के बाद कहा कि वह खुद को बहुत ही अपमानित महसूस कर रही हैं और पुरस्कार मिलने का वह रोमांच अब जा चुका है। शाशा ने कहा, "राष्ट्रीय पुरस्कार और राष्ट्रपति हमेशा साथ-साथ होते हैं। 64 साल से यह पुरस्कार राष्ट्रपति द्वारा दिया जा रहा था। जब आप राष्ट्रीय पुरस्कार की बात करते हैं तो लोगों के दिमाग में अपने आप राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कार मिलने का ख्याल आ जाता है।"
जब उनसे पूछा गया कि इसको लेकर क्या निराश हैं, जवाब में उन्होंने कहा, "इसके बारे में बात मत कीजिए। मैं अब बहुत ही अपमानित महसूस कर रही हूं।"
ऑस्कर विजेता ध्वनि कलाकार रेसुल पूकुट्टी ने गुरुवार को यहां राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद द्वारा 65वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में कुल 137 विजेताओं में से सिर्फ 11 का अभिनंदन किए जाने की खबर पर नाराजगी जताई। राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता पूकुट्टी ने ट्वीट कर कहा, "अगर भारत सरकार हमारे सम्मान में अपना तीन घंटे का समय भी नहीं दे सकती तो उन्हें हमें राष्ट्रीय पुरस्कार देने की जहमत नहीं उठानी चाहिए। हमारे 50 फीसदी से ज्यादा पसीने की कमाई आप मनोरंजन कर के रूप में ले लेते हैं, हमारी जो प्रतिष्ठा है कम से कम उसका तो सम्मान कीजिए।"