नई दिल्ली: फिल्म इंडस्ट्री में सफलता और असफलता मिलना कोई बड़ी बात नहीं है। हर कलाकार को इस पड़ाव से गुजरना पड़ता है। लेकिन हाल ही में फिल्मकार नंदिता दास से कहा है कि उन्हें असफलता का सामना करने में डर नहीं लगता, क्योंकि यह उन्हें प्रयोग करने की आजादी देता है। उनकी आगामी फिल्म 'मंटो' अभी से प्रसिद्ध हो रही है और कई फिल्मोत्सवों की यात्रा कर रही है। नंदिता का कहना है कि वे सिर्फ लोगों की अपेक्षाओं पर खरी उतरना चाहती हैं। नंदिता ने कहा, "मेरे माता-पिता का बहुत-बहुत धन्यवाद कि मैंने अपने जीवन की शुरुआत में ही असफलता से ना डरने का फैसला कर लिया था। यह मुझे दबाव से मुक्त करता है और प्रयोग करने की आजादी देता है।"
उन्होंने कहा, "ऐसा कहकर कि निर्माताओं, कलाकारों और अन्य सदस्यों ने मुझ पर विश्वास जताया है, मैं सिर्फ यह कहना चाहती हूं कि मैं सिर्फ उनकी उम्मीदों पर खरा उतरना चाहती हूं। और अब हो रही चर्चाएं सुनने के बाद मैं महसूस कर सकती हूं कि दर्शक भी मुझसे कुछ विशेष की उम्मीद करते हैं। मुझे उम्मीद है कि हमारी सारी मेहनत और इच्छाशक्ति उन्हें खुश कर दे।"
टोरंटो अंतर्राष्ट्रीय फिल्मोत्सव (टीआईएफएफ) में 'मंटो' का प्रसारण किया जाएगा। इससे पहले वहां बतौर निर्देशक उनकी पहली फिल्म फिराक का प्रसारण एक दशक पहले हुआ था। स्वर्गीय उर्दू लेखक सादत हसन मंटो के जीवन पर आधारित फिल्म 'मंटो' का प्रसारण विशेष प्रस्तुतियों के सत्र के दौरान किया जाएगा। टीआईएफएफ का आयोजन 6-16 सितंबर को होगा।