मुंबई क्रूज ड्रग्स पार्टी केस में गिरफ्तार आर्यन खान की मुंबई की आर्थर रोड जेल में पहली रात बड़ी मुश्किल से कटी है। कल किला कोर्ट से बेल नहीं मिलने पर आर्यन को आर्थर रोड जेल भेज दिया गया था, जहां अब आर्यन को कम से कम सोमवार तक रहना ही पड़ेगा। सवाल है कि किला कोर्ट में बेल पर सुनवाई के दौरान ऐसा क्या हुआ, जिससे आर्यन की जमानत रिजेक्ट हो गई। बेल रिजेक्ट होने को लेकर एक बड़ा दावा किया जा रहा है।
किला कोर्ट में सुनवाई के दौरान एनसीबी ने बड़ा खुलासा करते हुए एक कोडवर्ड की बात कही। एनसीबी के मुताबिक, आर्यन खान ड्रग्स पेडलर्स के साथ वॉट्सएप चैट किया करते थे, जिसमें कोडवर्ड में बात होती थी और ये कोडवर्ड है- फुटबॉल। एनसीबी के मुताबिक, फुटबॉल कोडवर्ड का इस्तेमाल आर्यन खान, अरबाज मर्चेंट और ड्रग्स पेडलर्स अचित कुमार की बातचीत में कई बार हुआ है।
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एनसीबी के मुताबिक, फुटबॉल का मतलब बड़ी मात्रा में ड्रग्स की डिमांड और सप्लाई से है। तो क्या इसी फुटबॉल कोडवर्ड की वजह से फंस गई आर्यन खान की जमानत? अगर आर्यन ने इस फुटबॉल कोडवर्ड के साथ वॉट्सएप चैट भी की है तो इसका क्या मतलब है? एनसीबी का ये खुलासा सेशन कोर्ट की सुनवाई में कानूनी रूप से कितना टिकेगा? शुक्रवार को किला कोर्ट में आर्यन समेत सभी आठ आरोपियों की जमानत याचिका तो खारिज हो गई। अब सबकी नजरें मुंबई सेशन कोर्ट पर टिकी हैं, जहां बचाव पक्ष सोमवार को जमानत याचिका दायर करेगा। तब तक आर्यन खान मुंबई की आर्थर रोड जेल में ही रहना होगा।
दरअसल, एनसीबी आर्यन खान के वॉट्सएप चैट में कोडवर्ड के जरिए बातचीत का दावा शुरू से कर रही है। किला कोर्ट में सुनवाई के दौरान चैट में कोडवर्ड की बात आते ही खुद जज निर्लेकर ने पूछ लिया कि आखिर ये फुटबॉल क्या है? इस सवाल पर ASG अनिल सिंह ने कहा कि इस कोड का इस्तेमाल आर्यन खान, अरबाज मर्चेंट और ड्रग्स पेडलर्स अचित कुमार के बीच हुई चैट में इस्तेमाल किया गया है।
अनिल सिंह ने बताया कि ड्रग्स पेडलिंग में फुटबॉल का इस्तेमाल बड़ी क्वांटिटी में ड्रग्स की सप्लाई के लिए होता है। अनिल सिंह ने इसके साथ ये भी कहा कि कोडवर्ड्स को लेकर इससे ज्यादा वो कोर्ट में नहीं बता सकते, क्योंकि ये जांच की अहम कड़ी है।