फिल्म समीक्षा: इस हफ्ते विद्या बालन की फिल्म 'तुम्हारी सुलु' रिलीज हुई है। फिल्म में विद्या बालन एक घरेलू महिला के किरदार में है, जिसके अंदर बहुत कुछ करने के ललक है लेकिन घर-गृहस्थी और बच्चों के चक्कर में वो सिर्फ हाउसवाइफ बनकर रह जाती है।
कहानी- फिल्म में विद्या सुलु यानी सुलोचना नाम की एक ऐसी महिला का किरदार निभा रही हैं, जो लोवर मिडिल क्लास की बारहवीं फेल हाउसवाइफ है। अब दुनिया का तो यही दस्तूर है कि लोग दूसरों की लाइफ में दखलअंदाजी करते ही हैं। तो सुलु की लाइफ में भी 4 लोग आते हैं और उसे सुनाकर जाते हैं। उसकी दोनों बहनें बैंक में नौकरी करती हैं, और उसके हाउसवाइफ और बारहवीं फेल होने पर ताने देती हैं। मगर उसके अंदर कुछ करने की चाहत है, वो लाइफ में बहुत कुछ करना चाहती है, बहुत कुछ हासिल करना चाहती है। कभी बच्चों के स्कूल में जाकर लेमन स्पून गेम खेलती है तो कभी रेडियो में सवालों का जवाब देकर प्रेशर कुकर जीतती है, वो ऐसी ही छोटी मोटी जीत के साथ खुश है, लेकिन तभी उसे मौका मिलता है रेडियो में आरजे बनने का, और यहां से उसकी जिंदगी बदल जाती है।
विद्या बालन को इससे पहले आपने 'लगे रहो मुन्नाभाई' में 'गुड मॉर्निंग मुंबई' कहते हुए सुना था एक बार फिर से विद्या बालन आरजे बनी हैं। विद्या ने अपनी आवाज और अपनी एक्टिंग से मुन्ना भाई वाला जादू जरूर चलाया है मगर स्क्रिप्ट के मामले में फिल्म बहुत पीछे छूट गई।
फिल्म को डायरेक्ट किया है सुरेश त्रिवेणी ने। यह उनकी पहली फिल्म है और उन्होंने अच्छी कोशिश भी की है। लेकिन 'तुम्हारी सुलु' एक साधारण सी फिल्म ही बन पाई है। फिल्म की जो कहानी है उसके साथ बहुत कुछ किया जा सकता था लेकिन डायरेक्टर ऐसा करने से चूक गए।
'तुम्हारी सुलु' एक स्लो फिल्म है। जिसमें आपको सुलु, उसके बेटे और उसके पति के स्ट्रगल की अलग-अलग कहानी देखने को मिलेगी। थोड़ी देर तक आपको हमदर्दी होती है लेकिन थोड़ी ही देर में यह हमदर्दी सिरदर्दी में बदल जाती है, क्योंकि कब तक आप किसी की घरेलू दिक्कतों में दिलचस्पी लेंगे।
एक्टिंग के मामले में पूरी फिल्म में विद्या बालन ही छाई हुई हैं। विद्या ने जितने नेचुरल तरीके से खुद को सुलु के अवतार में ढाला है आप भूल जाएंगे कि ये विद्या बालन हैं। उनके पति की भूमिका में मानव कौल भी बहुत अच्छे लगे हैं। फिल्म में नेहा धूपिया हैं जो विद्या की बॉस की भूमिका में हैं फिल्म में उनको देखना अच्छा लगेगा।
इन सबके अलावा फिल्म में गाने अच्छे हैं, जो आपको बांधे रखेंगे। लेकिन तुम्हारी सुलु एक बेहद साधारण फिल्म बन पाई है जिसे आप एक बार देख सकते हैं। मेरी तरफ से इस फिल्म को ढाई स्टार।
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