नई दिल्ली: बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती ने अपने शानदार अभिनय और एक अलग डांस स्टाइल से दर्शकों को अपना दीवाना बनाया है। बॉलीवुड के डिस्को डांसर कहे जाने वाले मिथुन 67वां जन्मदिन मना रहे हैं। उनका 16 जून 1950 को कोलकत्ता में जन्में मिथुन चक्रवर्ती का असली नाम गौरांग चक्रवर्ती है। मिथुन के फैंस उनसे जुड़ी लगभग हर बात को जानते होंगे लेकिन शायद ही किसी को पता होगा कि वह फिल्मों में आने से पहले एक कट्टर नक्सली हुआ करते थे। सिर्फ इतना ही नहीं उन्हें मार्शल आर्ट्स में भी महारत हासिल है। मिथुन के नक्सलवाद छोड़ने के पीछे उनका परिवार एक बड़ा कारण था। दरअसल एक बार मिथुन के भाई को जोरदार करंट लगा, जिसके बाद उनकी मौत हो गई। इसके बाद उनके परिवार को कई कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा था।
अपने घर का माहौल देखते हुए मिथुन ने वापस अपने परिवार के पास लौटने का फैसला लिया और खुद को नक्सली आन्दोलन से अलग कर लिया। खुद को नक्सलवाद से दूर करना उनके जिंदगी के लिए सबसे बड़ा खतरा हो सकता था, क्योंकि नक्सलवाद को वन-वे रोड माना जाता रहा है। यह मिथुन के जीवन का एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ जिससे उन्हे एक आइकॉनिक दर्जा मिला।
मिथुन के फिल्मी करियर की बात करें तो उन्होंने इसकी शुरुआत बतौर अभिनेता 1976 आई में कला फिल्म 'मृग्या' से की थी, जिसके लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए पहला राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी हासिल हुआ। इसके बाद मिथुन चक्रवर्ती को 'दो अंजाने', 'फूल खिले हैं गुलशन-गुलशन' जैसी कुछ और फिल्मों में छोटी सी भूमिका निभाने का मौका मिला। हालांकि इनसे उन्हें खास सफलता नहीं हासिल हुई।
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