भारत में मीटू मूवमेंट की शुरुआत में सबसे अहम भूमिका बॉलीवुड अभिनेत्री तनुश्री दत्ता ने शुरू की थी। जिसके बाद कई बड़े नाम सामने आए जिसके कारण उनके करियर से भी हाथ धोना पड़ा। अब एक बार फिर तनुश्री दत्ता चर्चा में आ गई है। उन्होंने अंधेरी के रेलवे मोबाइल मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट कोर्ट में प्रोटेस्ट याचिका दाखिल की है। यह याचिका ओशिवारा पुलिस की ओर से फाइल की गई 'बी समरी रिपोर्ट' का विरोध में की गई है।
आपको बता दे तनुश्री दत्ता ने साल 2018 में बॉलीवुड के दिग्गज- अभिनेता नाना पाटेकर के ऊपर आरोप लगाया था कि साल 2009 में आई फिल्म 'हार्न ओके' के एक गाने के दौरान नाना पाटेकर ने उनके साथ छेडछाड़ और दुर्व्यवहार किया था। इसी शिकायत के आधार में नाना पाटेकर के अलावा कोरियोग्राफर गणेश आचार्य, फिल्म के निर्माता समी सिद्धकी और डायरेक्टर राकेश सारंग के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था।
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इस शिकायत के बाद जून में पुलिस ने 'बी सिमरी' रिपोर्ट फाइल की। यह एक ऐसी रिपोर्ट होती है जिसे पुलिस की ओर से फाइल किया जाता है जब किसी क्राइम में कोई सबूत ढूंढने में नाकाम रहते हैं। जिसके बाद नाना पाटेकर को क्लीनतट मिल गई थी। लेकिन इस बात को एक्ट्रेस ने पक्षपात बताया और पुलिस पर आरोप लगाया था कि उन्होंने कई गवाहों के बयान दर्ज नही किए है।
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अब तनुश्री के वकील नितिन सत्पुते ने अंधेरी में मेट्रोपॉलिटिन मजिस्ट्रेट के समक्ष विरोध याचिका दायर की है। इस याचिका में मांग की गई है कि पुलिस द्वारा अदालत में झूठी रिपोर्ट पेश की गई है। जिसके कारण जांच अधिकारी के खिलाफ अवमानना कार्रवाई शुरू कू जाए। इसके साथ ही सभी का नार्को टेस्ट भी किया जाए। इसके साथ ही वकील ने याचिका में आग्रह किया गया कि यह केस अदालत मुंबई पुलिस की अपराध शाखा को जांच सौंप दी जाए।