पणजी: विख्यात ईरानी फिल्म निर्माता मजीद मजीदी ने मंगलवार को कहा कि भारतीय फिल्म उद्योग को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि देश की युवा प्रतिभा को दबाया नहीं जाए। मजीदी 48वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) के दौरान एक प्रेस कॉन्फ्रें स को संबोधित कर रहे थे। मजीदी की यह प्रेस वार्ता इंडो-ईरान सह-निर्माण में बनी उनकी पहली भारतीय फिल्म 'बियॉन्ड द क्लाउड' को इस नौ दिवसीय महोत्सव में प्र्दशित किये जाने के एक दिन बाद हुई।
मजीदी ने कहा, "भारत में सिनेमा एक उद्योग की तरह है। उद्योग की छाया के कारण युवा पीढ़ी के पास खुद को अभिव्यक्त करने के लिए बेहतर तरीकों की संभावना नहीं है। मेरे व्यक्तिगत अनुभव के आधार पर मैंने पाया कि भारत में आपके पास शानदार प्रतिभा है लेकिन उनके पास मौका नहीं है।"
उन्होंने कहा, "हमें एक ऐसी स्थिति पैदा करनी चाहिए कि वे खुद को अभिव्यक्त कर सकें और सिनेमा में बदलाव भी कर सकें। मैं बॉलीवुड सिनेमा के खिलाफ नहीं हूं। उनका अपना तरीका है इसलिए वे अपने तरीके से आगे बढ़ रहे हैं।"