सिनेमा और मॉडलिंग में करियर बनाने का प्रयास कर रही लड़कियों को ब्यूटी कॉन्टेस्ट में हिस्सा दिलाने के नाम पर उनके साथ यौन शोषण और ब्लैकमेलिंग का एक मामला सामने आया है। इस संबंध में राष्ट्रीय महिला आयोग (National Commission for Women- NCW) ने निर्देशक- निर्माता महेश भट्ट और बॉलीवुड अभिनेत्री उर्वशी रौतेला समेत कुछ लोगों पर केस दर्ज करके उन्हें नोटिस भेजा है।
सोशल एक्टिविस्ट योगिता भयाना ने महिला आयोग से इस बात की शिकायत की थी जिसमें आईआएजी वेंचर्स के प्रमोटर सनी वर्मा के खिलाफ आरोप लगे थे। कहा गया कि उसने लड़कियों को मॉडलिंग में करियर बनाने का मौका देने के बहाने उनका शोषण किया और इसके बाद उन्हें ब्लैकमेल भी किया। इस मामले में महेश भट्ट और उर्वशी रौतेला को भी नोटिस भेजा गया है क्योंकि इन दोनों के नाम का इस्तेमाल हुआ है। ऐसे में अब महेश भट्ट का बयान सामने आया है।
महेश भट्ट ने इंस्टाग्राम पर एक लंबा नोट शेयर करते हुए अपने ऊपर लगे आरोपों को गलत बताया है। महेश भट्ट ने कहा है कि उन्हें खुशी है कि महिला आयोग अपना काम कर रही है, महेश भट्ट ने स्टेटमेंट में बताया है कि उनका आईएमजी वेंचर सनी वर्मा और मिस्टर एंड मिसेज ग्लैमर 2020 से कोई लेना देना नहीं है। मेरे नाम और पद का गलत इस्तेमाल प्रमोशन के लिए किया गया है। महेश भट्ट ने कहा कि वो 71 साल के हैं और वो ज्ञान बांटने और सोशल मुद्दों में सपोर्ट करने में भरोसा रखते हैं। मैं तीन बेटियों का पिता हूं और मैं मिस योगिता और महिला आयोग को पूरा सहयोग देने का वादा करता हूं।