नई दिल्ली: बॉलीवुड अभिनेता आशुतोष राणा आज उस मुकाम पर हैं जहां उन्हें किसी भी तरह के परिचय की जरूरत नहीं है। आज वह अपना 50वां जन्मदिन मना रहे हैं। आशुतोष का जन्म 10 नवंबर 1967 को मध्य प्रदेश में हुआ था। अब तक के अपने फिल्मी करियर में वह कई बेहतरीन और दिलचस्प किरदारों को बखूबी पर्दे पर उतार चुके हैं। उन्होंने ‘दुश्मन’ और ‘संघर्ष’ जैसी फिल्मों में अपनी जबरदस्त भूमिका से दर्शकों के रोंगटे खड़े कर दिए थे। आशुतोष ने सिर्फ बॉलीवुड में ही नहीं बल्कि दक्षिण भारतीय फिल्मों में भी अपने किरदारों से दर्शकों को हैरान किया है। आशुतोष ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत छोटे पर्दे के धारावाहिक 'स्वाभिमान' से की थी। लेकिन यहां तक पहुंचने के लिए भी उन्हें कई मुश्किलों के सामना करना पड़ा था।
आज आशुतोष के जन्मदिन के खास मौके पर हम उनसे जुड़े एक दिलचस्प किस्से की चर्चा करने जा रहे हैं। उन्होंने अपने एक इंटरव्यू के दौरान इस बात का जिक्र करते हुए बताया था कि, "मुझे एक दिन फिल्मकार महेश भट्ट से मिलने के लिए भेजा गया। जब मैं उनसे मिला तो भारतीय परंपरा के मुताबिक मैंने उनके पैर छुए, लेकिन इस बात पर वह बुरी तरह से भड़क पड़े। दरअसल पैर छूने वाले लोगों से बहुत नफरत थी। इसके बाद उन्होंने मुझे अपनी फिल्म के सेट से बाहर निकलवा दिया। सिर्फ इतना ही नहीं वह इस वजह से अपने सहायक निर्देशकों पर काफी नाराज हुए और कहा कि उन्होंने मुझे फिल्म के सेट पर कैसे आने दिया।"
हालांकि इतना अपमान होने के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और इसके बावजूद वह जब भी उनसे मिलते उनके पैर जरूर छूते थे। आशुतोष ने आगे बताया, "आखिरकार एक दिन उन्होंने मुझसे पूछ ही लिया कि तुम मेरे पैर क्यों छूते हो? मुझसे इससे नफरत है। मैंने उन्हें जवाब दिया कि, बड़ो के पैर छूना मेरे संस्कारों में है और मैं इसे छोड़ नहीं सकता। इसके बाद उन्होंने गले से लगा लिया और अपने धारावाहिक 'स्वाभिमान' में मुझे पहला रोल दिया, जो एक गुंडे की भूमिका थी। बाद में मैंने महेश भट्ट के साथ 'दुश्मन' और 'जख्म' जैसी कई फिल्मों में काम किया।" (राणा दग्गुबाती और राजकुमार राव संग कई हस्तियां खोलेंगी अपनी सफलता का राज)