नई दिल्ली: बॉलीवुड एक्ट्रेस तनुश्री द्त्ता और नाना पाटेकर विवाद में तुल पकड़ता ही जा रहा है। अब सामने खबर आ रही है कि तनुश्री के खिलाफ महाराष्ट्र के यवतमाल जिले में किसानों की विधवाओं ने प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में महिलाओं ने तनश्री की तस्वीरें जला दी। वहीं दूसरी ओर तनुश्री दत्ता ने नाना पाटेकर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई।
एक प्रदर्शनकारी महिला ने कहा कि "नाना पाटेकर ने हमें एक भाई के रूप में मदद की है। उसके खिलाफ ऐसे आधारहीन आरोप अस्वीकार्य हैं।"
तनुश्री के वकील एन सात्पुते ने बताया कि तनुश्री ने 2008 में नाना पाटेकर, गणेश आचार्य और फिल्म के निर्देशक और निर्माता के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की कोशिश की थी, लेकिन पुलिस ने तनुश्री के वाहन पर हमले की घटना का मामला दर्ज करके उसे मूर्ख बना दिया था। इसमें किसी के नाम का जिक्र नहीं किया गया था। (Bigg Boss 12 Weekend Ka Vaar Highlights: सलमान खान और गोविंदा की मस्ती, घर में मचा घमासान )
सात्पुते के मुताबिक चूंकि तनुश्री मराठी नहीं जानती है, इसलिए वह इससे अनजान थी। इसके अलावा, वह इन लोगों के कारण हुए उत्पीड़न को लेकर अवसाद में भी थी। अब तनुश्री ने उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने और मामला दर्ज कराने का फैसला किया। (Bigg Boss 12: श्रीसंत को नहीं मिल रही सबसे कम फीस, एक हफ्ते में कमाते हैं इतने )
तनुश्री के वकील ने कहा कि 'मामला आईपीसी के सेक्शन 354, 354 (ए), 34 और 509 के तहत दर्ज किया गया है. हमारे पास इस घटना का सबूत है और यदि पुलिस द्वारा उचित कार्रवाई नहीं की जाती है तो हम उच्च न्यायालय जाएंगे.'
न्यूज एजेंसी भाषा के अनुसार, 'अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (पश्चिम) मनोज कुमार शर्मा ने बताया, 'तनुश्री दत्ता ने नाना पाटेकर के खिलाफ हमारे पास शिकायत दर्ज कराई। अब तक इस मामले में कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है।' जोधपुर में 'हाउसफुल 4 की शूटिंग करके शनिवार को वापस लौटे नाना पाटेकर ने यहां हवाई अड्डे के बाहर संवाददाताओं से कहा, 'मैं 10 साल पहले कह चुका हूं कि यह झूठ है। अब जो झूठ है, वह झूठ है।'
क्या है मामला
तनुश्री ने अपनी शिकायत में लिखा है- ''मैं 14 सालों से फिल्म इंडस्ट्री में बतौर एक्ट्रेस काम कर रही हूं। 23 मार्च 2008-26 मार्च 2008 तक मैं गोरेगांव वेस्ट के फिल्ममिस्तान स्टूडियो 3 में हॉर्न ओके प्लीज के एक गाने की शूटिंग कर रही थीं। गाने को गणेश आचार्या कोरियोग्राफ कर रहे थे। फिल्म के डायेरक्टर रोकेश सारंग थे, प्रोड्यूसर सामी सिद्दिकी और एक्टर नाना पाटेकर थे।''
''वह एक सोलो गाना था, जो सिर्फ मुझपर फिल्माया जाना था। नाना पाटेकर की उस गाने में सिर्फ एक लाइन था, जो मेरे रिहर्सल का हिस्सा नहीं थी। शूटिंग के पहले ही मैंने यह साफ कर दिया था कि मैं कोई वल्गर स्टेप नहीं करूंगी। 26 मार्च 2008, चौथे दिन शूटिंग के समय नाना पाटेकर का बर्ताव मेरे साथ ठीक नहीं था। गाने की लाइन पर उनकी शूटिंग हो गई थी, इसके बावजूद वह उस दिन सेट पर मौजूद थे। डांस सीखाने के बहाने वह मुझे हाथ से पकड़ रहे थे।''
''जब वह मुझे जबरदस्ती छूने लगे, तब मुझे असहज महसूस होने लगा। मुझे शर्मिंदगी महसूस हुई। उन्होंने कोरियोग्राफर और जुनियर आर्टिस्टों को पीछे हटने को कहा, जिससे वह मुझे डांस स्टेप सीखा सकें, जबकि वह कोरियोग्राफर नहीं थे। वह बर्ताव सामान्य नहीं था और मुझे बिल्कुल भी सहज महसूस नहीं हो रहा था।''