मुंबई: मुंबई के मशहूर पूर्व शेफ कुलवंत सिंह कोहली का 85 साल की उम्र में निधन हो गया। उनके घरवालों ने बताया कि लंबी बीमारी के बाद बुधवार को उन्होंने अंतिम सांस ली। बता दें कि साल 1960 में उन्होंने मुंबईवासियों को 'बटर चिकन' का स्वाद चखाया था और इसी वजह से वह मशहूर हुए, क्योंकि इससे पहले किसी भी मुंबईवासी ने बटर चिकन डिश का स्वाद नहीं चखा था। सिर्फ आम जनता ही नहीं, बल्कि राज कपूर, दिलीप कुमार, संजीव कपूर, धर्मेंद्र, यश चोपड़ा समेत तमाम बड़े सितारे भी बटर चिकन के दीवाने थे। इसके अलावा वह समाज सेवा भी खूब करते हैं।
प्रीतम ग्रुप्स ऑफ होटल्स के मालिक कुलवंत सिंह कोहली 85 साल के थे और हिंदुजा हॉस्पिटल में उन्होंने अंतिम सांस ली। बताया जा रहा है स्वास्थ्य खराब होने के कारण उन्हें पांच दिन पहले ही अस्पताल में एडमिट कराया गया था।
महाराष्ट्र के गवर्नर ने जताया दुख
महाराष्ट्र के गवर्नर सीवी राव ने भी कोहली के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, 'वह बहुत ही नेकदिल और मिलनसार शख्स थे। एक सक्सेसफुल बिजनेस लीडर होने के साथ-साथ उन्होंने राज्य के सामाजिक और आर्थिक विकास में भी योगदान दिया है।' कोहली के योगदान को याद करते हुए सीवी राव ने बताया कि वह सिख समुदाय द्वारा आयोजित सभी प्रकार की समाज सेवाओं में हिस्सा लेते थे। उन्होंने आगे कहा, 'वह हमारी कम्युनिटी का गौरव हैं। उनके कामों को कभी भुलाया नहीं जा सकता। मुंबई ने आज एक मशहूर 'समाज रत्न' को खो दिया है।'
रेस्टोरेंट खोलने मुबंई आए थे कोहली के पिता
साल 1942 में कुलवंत सिंह कोहली के पिता मुबंई आए थे। वह सपनों की नगरी में छोटा-सा पंजाबी रेस्टोरेंट खोलना चाहते थे। कालबादेवी में उन्होंने 'प्रीतम होटल' नाम से भोजनालय खोला, लेकिन यह कामयाब नहीं रहा और उन्हें बहुत नुकसान हुआ। हालांकि, उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और सेंट्रल मुंबई के दादर में श्रमिक एरिया में एक जगह खरीदी। उन्हें उम्मीद थी कि यहां बॉलीवुड से आने वाले कस्टमर्स उन्हें आगे बढ़ने में मदद करेंगे। साउथ मुंबई में कई स्टूडियो और फिल्म उद्योग की सफलता को पीछे छोड़ते हुए उन्होंने पत्नी के द्वारा बनाए गए मेन्यू के साथ दोबारा काम शुरू किया।
मिलनसार स्वभाव ने जीता सभी का दिल
साल 1953 में कुलवंत ने मुंबई में अपने पिता का बिजनेस ज्वॉइन किया। मिलनसार व मददगार व्यक्तित्व और सरल स्वभाव से उन्होंने सभी का दिल जीत लिया और वह बहुत जल्द फिल्म इंडस्ट्री में मशहूर हो गए। अपने व्यवहार के कारण वह उस दौर में भी राजनेताओं के बीच पॉपुलर हो गए थे।
'बटर चिकन' के मुरीद थे ये कलाकार
कोहली ने दिलीप कुमार, मनोज कुमार, संजीव कुमार, राज कपूर, राज कुमार, सुनील दत्त, धर्मेंद्र देओल, राजेंद्र कुमार, देव आनंद, जगजीत सिंह, आनंद बख्शी, शंकर-जयकिसेन, चेतन आनंद और कमाल अमरोही जैसे लोगों के साथ गहरी दोस्ती की। बीआर चोपड़ा, यश चोपड़ा समेत तमाम हस्तियां, जो मुंबई में अपने मूल उत्तर भारतीय व्यंजनों को तरस जाते थे, उन्हें फिर से वो खाना खाने का मौका मिल गया।
स्ट्रलिंग एक्टर्स की भी मदद करते थे कोहली
कुलवंत ने उस दौर में स्ट्रलिंग एक्टर्स की भी मदद की। वह सिर्फ उनके लिए 19 रुपये महीने में एक बार और 38 रुपये प्रतिदिन दो बार भोजन खिलाते थे। जैसे-जैसे होटल का नाम दूर-दूर तक फैलता गया, कोहली ने एक रेस्टोरेंट, एक पंजाबी ढाबा और एक फॉर स्टार होटल के लिए आसपास की संपत्तियों को खरीदकर जगह का विस्तार किया।
राज कपूर ने किया था होटल का उद्घाटन
जानकारी के अनुसार, साल 1975 में प्रीतम होटल का उद्घाटन करने के लिए कोहली ने अपने खास दोस्त राज कपूर को फोन किया तो वह फौरन होटल पहुंच गए। इसने पूरी तरह से वातानुकूलित भोजनालयों के चलन को बंद कर दिया, जो आज भी बड़े पैमाने पर आम है। दरअसल, उस समय तक रेस्टोरेंट में औपचारिक तौर पर मेन्यू का सिस्टम नहीं था, लेकिन बटर चिकन, चिकन मसाला, तंदूरी चिकन, मटन कीमा, फिश फ्राई, पराठा, बिरयानी समेत कई फेमस डिश परोसी जाती थी।
साल 1950-60 के दशक में मुंबईवासियों को 'बटर चिकन' परोसने के लिए कोहली बहुत गर्व महसूस करते हैं। ये डिश अब सभी शहर के रेस्टोरेंट में मेन्यू में शामिल है और लोगों को बहुत पसंद भी है।
1985 के आस-पास कोहली के बेटे ने शहर में 'ढाबा' का कॉन्सेप्ट शुरू किया। इसमें खटिया, चारपाई, ओपन किचन और फ्रेंडली सर्विस का कॉन्सेप्ट शुरू हुआ, जो मुंबई वालों को खूब पसंद आया। अब ये दौर समाप्त हो गया है। कोहली को लोग उनके कामों और उनके 'बटर चिकन' के स्वाद की वजह से जिंदगी भर याद रखेंगे।
बता दें कि प्रीतम ग्रुप ऑफ होटल्स के प्रबंधन ने घोषणा की है कि दिवंगत संस्थापक के सम्मान के रूप में सभी रेस्टोरेंट 21 जुलाई तक बंद रहेंगे।
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